Last Updated: Sunday, February 17, 2013, 14:16
इलाहाबाद : लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ भाजपा के राम मंदिर मुद्दे को फिर हवा देने की कोशिशों के बीच संत-धर्माचार्यों ने ऐसी सियासत का विरोध करते हुए कहा है कि अयोध्या में मंदिर राजनीति करने से नहीं बन सकता तथा मंदिर-मस्जिद की राजनीति करने वालों को प्रभु और खुदा सद्बुद्धि दें।
प्रख्यात धर्मगुरु सेनाचार्य अचलानंदगिरि जी महाराज ने विशेष बातचीत में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर पर राजनीति दोबारा सरगर्म की जा रही है। मंदिर का निर्माण हम सभी चाहते हैं लेकिन आस्था के उस केन्द्र का निर्माण राजनीति से नहीं बल्कि रामजी की कृपा से ही होगा। उन्होंने कहा कि वह अयोध्या में आलोचना और विरोध के आधार पर नहीं बल्कि सद्भाव की नींव पर राम मंदिर का निर्माण होते देखना चाहते हैं।
सेनाचार्य ने कहा कि मंदिर-मस्जिद की राजनीति करने वालों को भगवान और खुदा सद्बुद्धि दें, क्योंकि ऐसे लोगों से देश का सांस्कृतिक और लोकतांत्रिक तानाबाना प्रभावित हुआ है और अब भी हो रहा है। मंदिर का निर्माण आपसी सद्भाव से हो सकता है, अन्यथा इसे भगवान राम पर छोड़ दें। धर्मगुरु ने कहा कि हिन्दू और मुस्लिम भारत जैसे सांस्कृतिक देश की आंखें हैं और इन दोनों ही आंखों की अनदेखी नहीं की जा सकती।
महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि नारी का अपमान सनातन धर्म का अपमान है। मीडिया की चमक के इस युग में फर्जी बाबाओं और धर्माचार्यों की बाढ़ आने के सवाल पर सेनाचार्य ने कहा कि धन बुद्धि को भ्रष्ट कर रहा है। हालांकि पहले भी ऐसा होता था लेकिन अब टेलीविजन ने उस दस्तूर को दुनिया के सामने ला दिया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 17, 2013, 14:16