सपा ने विवादास्पद अध्यादेश वापस लेने का विरोध किया

सपा ने विवादास्पद अध्यादेश वापस लेने का विरोध किया

सपा ने विवादास्पद अध्यादेश वापस लेने का विरोध किया लखनऊ/नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा दोषी जनप्रतिनिधियों को अयोग्यता से बचाने के लिए पारित अध्यादेश को वापस नहीं लेना चाहिए।

राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने कहा कि यदि मंत्रिमंडल द्वारा पारित अध्यदेश वापस लिया जाता है तो यह साबित हो जाएगा कि एक आदमी की सनक लोकतांत्रिक मर्यादा और औचित्य से ज्यादा भारी है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनकी पार्टी सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के पूरी तरह खिलाफ है और आगे कहा कि यह `देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सपा नेता ने कहा कि यदि अध्यादेश वापस होता है तो यह साबित हो जाएगा कि गांधी परिवार भारत की सरकार से ज्यादा अहम है। लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अध्यादेश पर उपजे विवादों पर सवालों का उत्तर देने से मना कर दिया और उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि रिश्वत देश में एक बड़ी समस्या बन चुकी है और लोगों को पार्टी लाइन से ऊपर उठकर राजनीति को स्वच्छ करने के लिए एकजुट हो जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक दूसरे पर ऊंगली उठाना अच्छा नहीं है। हम सभी को यह स्वीकार करना चाहिए कि भ्रष्टाचार एक बड़ी बीमारी है और उसे दूर करने की जरूरत है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, October 2, 2013, 19:23

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