Last Updated: Wednesday, August 8, 2012, 14:51

नई दिल्ली : बसपा प्रमुख मायावती ने आज राज्यसभा में उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसके शासनकाल में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर सहित दलित वर्ग के महापुरुषों और संतों का अपमान हो रहा है जिससे उनके अनुयायी बेहद आहत और नाराज हैं।
मायावती ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है और प्रदेश में दलित महापुरूषों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दलित वर्ग के कई महापुरुषों और संतों ने समतामूलक समाज बनाने में योगदान किया है। लेकिन सपा सरकार के कार्यकाल में उनका अपमान हो रहा है।
उन्होंने कहा कि उनके नाम पर रखे गए जिलों, विश्वविद्यालयों और जनहित योजनाओं के नामों को बदला जा रहा है तथा मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों और उपेक्षित वर्ग की लड़ाई लड़ने वाले तथा संविधान बनाने वाले बाबा साहब अंबेडकर के अपमान से उनके प्रति श्रद्धा रखने वाले गुस्से में हैं। उन्होंने कहा कि नाराज अनुयायियों ने लखनउ में धरना दिया और राज्यपाल को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा गया है।
मायावती द्वारा अपनी बात रखे जाने के बीच ही अगप और भाजपा सदस्य असम हिंसा के मुद्दे पर फौरन चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच ही, सपा नेता मोहन सिंह ने कुछ कहने का प्रयास किया लेकिन शोरशराबे में वह अपनी बात नहीं कह पाए। इसी दौरान बसपा, सपा और अगप के सदस्य आसन के समक्ष आ गए और अपने अपने मुद्दे उठाने लगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 8, 2012, 14:51