Last Updated: Tuesday, August 28, 2012, 18:33

नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वास्थ्य क्षेत्र के सभी साझेदारों का आह्वान किया है कि वे सभी के लिए स्वास्थ्य को हकीकत में बदलें। उन्होंने कहा कि देश की चिकित्सा और स्वास्थ्य संबंधी देखभाल प्रणाली को इस तरह से विकसित करना होगा कि वह शहरी और ग्रामीण इलाकों में समाज के सभी वर्गो की जरूरतों को पूरा कर सके। भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल परिसंघ (फिक्की) हील 2012 वार्षिक अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति ने मंगलवार को यह बात कही। अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मेलन का आयोजन हर वर्ष फिक्की द्वारा किया जाता है। इस वर्ष सम्मेलन का शीर्षक है `सभी के लिए स्वास्थ्य : स्वप्न या वास्तविकता`।
राष्ट्रपति ने कहा, "किसी देश की जनता का अच्छा स्वास्थ्य उसका आधार है। अस्पतालों का निर्माण ही काफी नहीं होगा, बल्कि मानव संसाधनों की मदद से उन्हें काम करने लायक और प्रभावी बनाना होगा। अर्ध चिकित्सा पेशेवरों के लिए चिकित्सा कॉलेज, नर्सिग संस्थान और प्रशक्षिण स्कूल बढ़ाने की जरूरत है।"
राष्ट्रपति ने सस्ती दरों पर सभी के लिए स्वास्थ्य देखभाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल का दायरा बढ़ाने के लिए टेलीमेडिसिन सहित प्रौद्योगिकी आधारित पहल को प्रयोग में लाया जा सकता है। स्वास्थ्य लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि यह सम्मेलन सभी तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने और लोगों को सस्ती और प्रभावकारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 28, 2012, 18:33