Last Updated: Tuesday, March 13, 2012, 15:48
नई दिल्ली : सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि भारत में समलैंगिकों की जनसंख्या अनुमानत: 25 लाख है और उनमें से करीब सात प्रतिशत (1.75 लाख) एचआईवी संक्रमित हैं। सरकार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के आकड़ों के हवाले से उच्चतम न्यायालय में दायर अपने हलफनामे में कहा कि पुरुषों से सेक्स करने वाले पुरुषों की संख्या भारत में अनुमानत: 25 लाख है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दायर हलफनामे में कहा गया है कि वह पुरुषों से सेक्स संबंध रखने वाले ऐसे चार लाख पुरुषों को अपने एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत लाने की योजना बना रही है जो अधिक खतरे वाले हैं। उसने इसके तहत दो लाख ऐसे लोगों को शामिल भी कर लिया है। इसमें आगे कहा गया है कि महिला सेक्स वर्करों में एचआईवी पीड़ितों की संख्या 4.60 से 4.94 प्रतिशत है। पुरुषों से सेक्स करने वाले पुरुशों में यह 6.54 से 7.23 प्रतिशत है और इंजेक्शन से मादक पदार्थ का इस्तेमाल करने वालों में यह 9.42 से 10.30 प्रतिशत है।
सरकार की ओर से यह हलफनामा उच्चतम न्यायालय की ओर से दिये गए उस निर्देश के अनुपालन में दायर किया, जिसमें देश में समलैंगिक की संख्या के साथ ही उनमें से एचआईवी पीड़ित के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गई थी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 14, 2012, 00:33