‘समाजवाद के लिए किसी का अनुकरण नहीं’ - Zee News हिंदी

‘समाजवाद के लिए किसी का अनुकरण नहीं’

 

नई दिल्ली : माकपा ने सोमवार को कहा कि भारत में समाजवाद हासिल करने के लिए वह किसी देश का अनुकरण नहीं करेगी बल्कि लातिनी अमेरिका के हालिया साम्राज्यवाद विरोधी घटनाक्रमों से सीख लेते हुए उन स्थितियों पर गौर करेगी। पार्टी ने जाति आधारित राजनीतिक ध्रुवीकरण और सांप्रदायिकता का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि देश का सत्तारूढ़ वर्ग इन कारकों का लगातार उपयोग कर रहा है ताकि सामाजिक उत्पीड़न के जरिए उनका प्रभाव बना रहे।

 

माकपा की 20वीं कांग्रेस के दो महीने पूर्व प्रकाश करात और सीताराम येचुरी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के अंदर एवं आम चर्चा के लिए कुछ वैचारिक मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण मसौदा संकल्प जारी किया। इससे पूर्व दो हफ्ते पहले एक मसौदा राजनीतिक संकल्प जारी किया गया था, जिसमें देश में वाम की अगुवाई में आंदोलनों के विस्तार का आह्वान किया गया था। इन दोनों संकल्पों को अप्रैल में कोझिकोड में होने वाली कांग्रेस में स्वीकार किया जाएगा।

 

पोलित ब्यूरो सदस्य येचुरी ने कहा कि जातिवाद, सांप्रदायिकता या लिंग, क्षेत्र, जाति के नाम पर शोषण या आदिवासी मुद्दों पर गौर करने के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा अपनाई जा रही ‘नव उदारवादी’ आर्थिक नीतियों के खिलाफ संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा सामंतवादी व्यवस्था का विकल्प पेश करने की खातिर जन आंदोलनों को मजबूत करने के लिए संसदीय मंचों का उपयोग किया जाना चाहिए।

(एजेंसी)

First Published: Monday, February 6, 2012, 19:23

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