Last Updated: Wednesday, October 3, 2012, 14:34
नई दिल्ली: समुद्री क्षेत्रों में सशस्त्र लूटपाट से एशियाई क्षेत्रों की स्थिरता पर खतरा बताते हुए रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि भारत समुद्री लूटपाट और आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के कदम उठा रहा है।
एशियाई तट रक्षक एजेंसियों के प्रमुखों के आठवें अधिवेशन को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भारत इस बात को मजबूती से मानता है कि समुद्र में सुरक्षा और हिफाजत सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग अकेले सबसे प्रभावी तरीका है।’’ उन्होंने कहा, ‘समुद्री लूटपाट और सशस्त्र लूट, मादक पदाथोर्ं और हथियारों की तस्करी तथा अनियमित एवं पता नहीं चलने वाली मछली पकड़ने की घटनाओं समेत अनेक चुनौतियां क्षेत्र की अल्पकालिक और दीर्घकालिक स्थिरता दोनों के लिए खतरा हैं।’ चीन, जापान, बांग्लादेश, श्रीलंका, वियतनाम और कंबोडिया समेत 17 एशियाई देशों के तट रक्षक प्रमुख बैठक में भाग ले रहे हैं।
रक्षामंत्री ने बढ़ी हुई जिम्मेदारियों तथा चुनौतियों के संदर्भ में कहा, ‘हम तटीय सुरक्षा, समुद्री लूटपाट, आतंकवाद रोधी अभियानों और तेल रिसाव पर कार्रवाई के क्षेत्र में अपनी क्षमता को बढ़ाने पर भी विचार कर रहे हैं।’ क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर टिप्पणी करते हुए एंटनी ने कहा कि भारतीय नौसेना और तटरक्षक अनेक एशियाई देशों के साथ नियमित तौर पर संयुक्त अभ्यासों में भाग लेते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 3, 2012, 14:34