Last Updated: Monday, March 19, 2012, 09:05
नई दिल्ली : संप्रग सरकार में सत्ता के विभिन्न केंद्र होने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सोमवार को कहा कि सरकार का मन शासन चलाने में बिल्कुल नहीं है और इसी कारण वह घोटालों में बुरी तरह घिर गई है और विकास सहित विभिन्न मोर्चो पर नाकाम साबित हुई है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि संप्रग सरकार को सत्ता में आए अब आठ साल होने वाले हैं और इस दौरान उसकी कई विशेषताएं देखने को मिली हैं। इनमें सत्ता का अहंकार, गठबंधन चलाने में विफलता, राज्यों के अधिकारों का हनन, सुधारों को ठंडे बस्ते में डालना और वचन दे कर बदल जाना प्रमुख हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार का मन शासन चलाने में बिल्कुल भी नहीं है। सबका मन लूट लो इंडिया, लूट लो में है। उन्होंने कहा कि इसी के चलते आज यह स्थिति हो गई है कि भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व प्रमुख ने देश में बढ़ती गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि इससे देश की बैंकिंग प्रणाली के चरमराने का खतरा है।
जावड़ेकर ने कहा कि सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने भी कहा है कि चीन और पाकिस्तान को देखते हुए हमारी तैयारियां अपर्याप्त हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अधीन कोयला खानों के आवंटन और एंट्रिक्स देवास करार में हुए घोटालों को सरकार किसी भी तरीके से नहीं छुपा सकती। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में कैग की रिपोर्ट में इन घोटालों का खुलासा हो जाएगा।
First Published: Monday, March 19, 2012, 15:36