सरकार की ओर से बड़े फैसले के बाद ही मैदान छोड़ेंगे :रामदेव

सरकार की ओर से बड़े फैसले के बाद ही मैदान छोड़ेंगे: रामदेव

सरकार की ओर से बड़े फैसले के बाद ही मैदान छोड़ेंगे: रामदेवनई दिल्ली : योगगुरु रामदेव ने शुक्रवार को अपने अनशन के दूसरे दिन कहा कि वह तब रामलीला मैदान तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक सरकार की ओर से कालाधन वापस लाने और मजबूत लोकपाल कानून के लिए कोई बड़ा फैसला नहीं आता। रामदेव ने शुक्रवार शाम को कुछ विशेष घोषणा करने का संकेत देने के बाद केवल अपन मांगें ही दोहराईं और कहा कि वह फिलहाल सरकार के किसी भी प्रतिनिधि से बातचीत नहीं कर रहे हैं और उनके दरवाजे हमेशा बातचीत के लिए खुले हैं।

उधर, दूसरी ओर केंद्र सरकार ने एक बयान जारी कर कालेधन का पता लगाने और इस पर रोक के लिए की गई पहलों का ब्योरा पेश कर दिया। केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार ने अपने नेटवर्क में व्यापक संशोधन किए हैं।

योगगुरु ने शाम को अपने संबोधन में कहा कि जब तक सरकार उनके उठाये मुद्दों पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती तब तक विरोध प्रदर्शन बंद नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से किसी बड़े फैसले के बाद ही हम रामलीला मैदान छोड़ेंगे। रामदेव ने कहा कि सरकार को काले धन, भ्रष्टाचार से निपटने और व्यवस्था परिवर्तन पर अपना एजेंडा घोषित करना होगा। हमारा उद्देश्य किसी की छवि बिगाड़ना या अपमान करना नहीं है। इससे पहले दिन में उन्होंने कहा कि वह कल तक इंतजार करेंगे और फिर आंदोलन के अगले कदम के बारे में घोषणा करेंगे।

लोकपाल के मुद्दे पर रामदेव ने कहा कि शत प्रतिशत आम.सहमति भले ही संभव नहीं हो लेकिन सरकार को ऐसा मजबूत लोकपाल लाना चाहिए जिससे 99 प्रतिशत लोग खुश हों। अपने कई समर्थकों के साथ अनशन कर रहे योगगुरु ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह काले धन को वापस लाने के लिए ‘राजनीतिक ईमानदारी और राजनीतिक इच्छाशक्ति’ दिखाएं।

रामदेव ने दावा किया कि अगर सरकार ने काले धन के प्रवाह और महंगाई पर नियंत्रण कर लिया तो देश में आतंकवाद और नक्सलवाद का मुकाबला किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास उन लोगों के नामों की सूची है जिन्होंने विदेश में काला धन जमा कर रखा है। हम नहीं चाहते कि उनके नाम का खुलासा हो, लेकिन कम से कम राशि का खुलासा होना चाहिए। इसमें क्या नुकसान है? सरकार क्यों अड़ी हुई है? तीन दिन के अनशन पर बैठे रामदेव ने कहा कि अगर काले धन को वापस लाकर लोगों पर और राष्ट्रीय सुरक्षा पर खर्च किया जाता है तो भारत दुनिया की महाशक्ति बन सकता है और भारतीय सेना चीन एवं अमेरिका की सेना से ज्यादा शक्तिशाली हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि हमें ईमानदार प्रधानमंत्री की जरूरत है। मैं चाहता हूं कि मौजूदा प्रधानमंत्री अपनी राजनीतिक ईमानदारी और राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिचय दें। रामदेव ने कहा कि लोग मेरे और अन्ना हजारे के बीच साझे किए गए समीकरण के बारे में बात कर रहे हैं। रोजाना लोग कहते हैं कि मेरे और अन्नाजी के बीच लड़ाई है। मुझे नहीं पता कि लोगों को कहां से ऐसी जानकारियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि लोग हमे पसंद नहीं करते क्योंकि हमारे पास कुछ खोने के लिए नहीं है।

सरकार की ओर से बताया गया कि भारत सरकार ने 84 देशों के साथ `दोहरा कराधान परिहार समझौता` तथा कर चोरी की दृष्टि से स्वर्ग माने जाने वाले नौ देशों के साथ कर `सूचना विनिमय समझौता` किया है। बताया गया है कि सरकार को कई देशों में भारतीय नागरिकों द्वारा सम्पत्ति रखे जाने और भुगतान प्राप्त करने सम्बंधी जानकारियां अब तक 12,500 से अधिक टुकड़ों में मिली हैं। इन जानकारियों के आधार पर जांच की प्रक्रिया अभी विभिन्न चरणों में हैं।
(एजेंसी)

First Published: Friday, August 10, 2012, 23:30

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