Last Updated: Thursday, October 6, 2011, 12:24
चेन्नई : टूजी प्रकरण पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम का बचाव करने वाले वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों की आलोचना करते हुए जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी ने गुरुवार को कहा कि वे लोग इस बात से अनजान हैं कि सरकार की नीति मनमानी और दुर्भावनापूर्ण नहीं हो सकती।
स्वामी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सुप्रीम कोट के कम से कम एक दर्जन ऐसे फैसले हैं जो यह स्पष्ट करते हैं कि सरकार की नीति मनमानी या दुर्भावनापूर्ण नहीं हो सकती। और यदि ऐसा होता है तो इसे एक रिट याचिका के तहत चुनौती दी जा सकती है और सुप्रीम कोर्ट उस नीति को अपनाए जाने की न्यायिक समीक्षा कर सकती है। उन्होंने दोहराया कि चिदंबरम की भूमिका की जांच की जानी चाहिए और सीबीआई को गृहमंत्री से पूछताछ करनी चाहिए। स्वामी ने यह भी कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि संप्रग सरकार के कई मंत्रियों ने टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले में चिदंबरम के दोषी होने के मेरे आरोप के खिलाफ उनका बचाव किया है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों ने दलील दी है कि चिदंबरम किसी खास नीति को स्वीकार करने में गड़बड़ी नहीं कर सकते हैं। यह मंत्री अनजान बने हुए हैं।
गौरतलब है कि टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले के याचिकाकर्ता ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में वित्त मंत्रालय के उस पत्र (नोट) को सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि संचार मंत्रालय टूजी स्पेक्ट्रम लाइसेंस की उस वक्त नीलामी कर सकता था, जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 6, 2011, 17:54