Last Updated: Wednesday, May 1, 2013, 21:19
नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने आज सरकार से कोयला घोटाले पर सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट साझा करने के मामले में दोषी पाए जाने के बाद अब उच्चतम न्यायालय से माफी मांगने को कहा और कानून मंत्री अश्वनी कुमार को तत्काल हटाने की मांग की। उसने सीबीआई को भ्रष्ट सत्तारूढ़ दल के हाथों का राजनीतिक औजार बनाए जाने से भी मुक्त करने की अपील की।
यहां जारी एक बयान में पार्टी महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने कहा कि सरकार को कानून मंत्री के इस्तीफे या उन्हें बर्खास्त करने के साथ ही उच्चतम न्यायालय से माफी मांगनी चाहिए तथा राजनीतिक एवं नौकरशाही के नियंत्रण से दूर सीबीआई को स्वतंत्र स्वायत्त निकाय बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हाल के समय में सीबीआई भ्रष्ट राजनीतिक दल के हाथ का राजनीतिक औजार बन गयी है जिसका उपयोग विरोधियों को परेशान करने और अब रिपोर्ट में छेड़छाड़ आदि के लिए किया गया। कुमार ने सीबीआई रिपोर्ट में तब्दीली करने की कोशिश कर पूरी तरह मनमाने ढंग से बर्ताव किया। रेड्डी ने कहा कि इस बारे में उच्चतम न्यायालय द्वारा व्यवस्था दिए जाने के बाद उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाकपा नेता ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों द्वारा सीबीआई के बारे में की गई टिप्पणियां केंद्र सरकार के लिए सबक होनी चाहिए। इस पूरे घटनाक्रम से सीबीआई की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लग गया है और सरकार की साख भी गिरी है।’ भाकपा ने सरकार से कहा कि सतर्कता आयुक्त की तरह सीबीआई निदेशक की नियुक्त करे अन्यथा शीर्ष अदालत को सीबीआई के स्वतंत्र दर्जे पर निर्णय लेना ही होगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 1, 2013, 21:19