Last Updated: Monday, December 26, 2011, 09:35
ज़ी न्यूज ब्यूरो रालेगण सिद्धि: अन्ना हजारे ने रालेगण सिद्धि से मुंबई रवाना होने से पहले कहा है कि वह मंगलवार से मुंबई में मजबूत लोकपाल की खातिर अनशन शुरू करेंगे। अन्ना ने कहा कि सरकार की नीयत लोकपाल के मामले में साफ नहीं है इसलिए वह पिछले 10 महीने के दौरान कई बार अपने बयान से पलट चुकी है। उन्होंने इस मसले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को घेरा और कहा कि प्रधानमंत्री ने मजबूत लोकपाल का भरोसा दिया था लेकिन तब भी संसद में मजबूत लोकपाल बिल पेश नहीं हुआ।
अन्ना ने कहा कि हमारा आंदोलन कांग्रेस या फिर किसी पार्टी के खिलाफ नहीं है बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ है जो देश में बुरी तरह बढ़ता जा रहा है। अन्ना ने कहा कि कांग्रेस ने देश में बढ़ते करप्शन पर ब्रेक नहीं लगाया और मजबूत लोकपाल लाने का सिर्फ दिखावा कर रही है।
उन्होंने सरकार की बखिया उधेड़ते हुआ कहा कि हम 25 साल से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है और 60 साल के बाद भी देश में अभी तक भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कानून नहीं लाया जा सका है। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार की वजह से वह आंदोलन करने को मजबूर है।
अन्ना ने कहा कि सरकार चाहती ही नहीं कि देश से भ्रष्टाचार खत्म हो इसलिए वह मजबूत लोकपाल बिल लाने का इरादा नहीं रखती।
उन्होंने कहा कि मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में तीन दिन के अनशन के बाद 30 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर के बाहर धरना देंगे। अन्ना ने कहा कि सरकार के लोग सत्ता से पैसा और पैसे से सत्ता में व्यस्त है। अन्ना ने कहा कि भ्रष्टाचार से हर आम आदमी देश का परेशान है, गरीबों का जीना मुश्किल हो रहा है लेकिन सरकार चाहती ही नहीं कि देश भ्रष्टाचार से मुक्त हो।
अन्ना ने कहा कि सरकार का देश और समाज से कोई लेना देना नहीं है लेकिन हमें अपनी ताकत का अंदाज है। उन्होंने कहा कि हमें मौत का डर नहीं है और हम अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे।
अन्ना हजारे अपनी टीम के साथ मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में तीन दिन यानी 27,28,29 दिसंबर को अनशन करेंगे।
First Published: Monday, December 26, 2011, 23:48