Last Updated: Friday, February 1, 2013, 15:07
.jpg)
ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : संशोधित लोकपाल बिल पर कैबिनेट की मुहर लगने के एक दिन बाद सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि यूपीए सरकार ने लोकपाल वि धेकय पर हमें धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपना वादा नहीं निभाया। हम लोकपाल के मुद्दे पर फिर जनता के बीच जाएंगे।
अन्ना ने आज पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूपीए सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने लोकपाल विधेयक को लेकर अपना ड्राफ्ट बनाया है। हमारी तरफ से जो ड्राफ्ट दिया गया था वह कैबिनेट में पहुंचा ही नहीं। उन्होंने कहा कि कैबिनेट के सामने हमारा ड्राफ्ट नहीं रखा गया।
लोकपाल पर यह सरकार बार बार हमें और देश की जनता को धोखा दे रही है। इस विधेयक को लेकर सरकार पहले भी झूठ बोल रही थी और आज भी झूठ बोल रही है। अन्ना ने कहा कि सरकार ने खुद अपना ड्राफ्ट बनाया है और इस पर मुहर लगा दी। जिसका कोई औचित्य ही नहीं है।
अन्ना ने कहा कि सत्ता जहर नहीं है नशा के समान है। यूपीए सरकार की मंशा खुलकर सामने आ गई है। संशोधित लोकपाल बिल के मसौदे को पूरी तरह खारिज करते हुए गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना ने कहा कि मैं अपना प्रयास जारी रखूंगा। यदि जरूरत पड़ी तो रामलीला मैदान पर एक बार फिर बैठ जाऊंगा। लेकिन इससे पहले एक-दो साल तक जनता के बीच जाकर मजबूत लोकपाल लाने के लिए अभियान चलाता रहूंगा।
एक सवाल के जवाब में अन्ना ने कहा कि जनतंत्र की घोर अदनेखी की जा रही है। यदि सशक्त लोकपाल बनाना है तो एक से चतुर्थ श्रेणी तक के कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में सरकार लाए। सीबीआई का लोकपाल के दायरे में होना बहुत जरूरी है, वरना इसक बिना लोकपाल का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि लोकपाल पर ज्वाइंट कमेटी का क्या हुआ उसका अब तक पता नहीं। चुनाव से पहले मजबूत लोकपाल नहीं आने पर वह जोरदार आंदोलन चलाएंगे।
First Published: Friday, February 1, 2013, 15:07