सरकार से हटने के बारे में एनसीपी ने अभी नहीं खोले पत्ते

सरकार से हटने के बारे में एनसीपी ने अभी नहीं खोले पत्ते

सरकार से हटने के बारे में एनसीपी ने अभी नहीं खोले पत्तेनई दिल्ली : कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की महत्वपूर्ण घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने सरकार से हटने के बारे में आज भी अपने पत्ते नहीं खोले लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि वह संप्रग को अंत तक समर्थन देती रहेगी। संप्रग से समर्थन वापस लेने की खबरों को अफवाह करार देते हुए राकांपा ने कांग्रेस के एक वर्ग पर उसकी छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया।

राकांपा कार्य समिति की आज की बैठक में पार्टी प्रमुख शरद पवार की ओर से कांग्रेस नेतृत्व को पिछले सप्ताह लिखे गए पत्र पर चर्चा हुई जिसमें पवार ने मंत्रिमंडल से अपने एक अन्य सहयोगी प्रफुल्ल पटेल के साथ इस्तीफ देने की इच्छा जतायी थी। करीब एक घंटे तक चली बैठक के बाद राकांपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पार्टी के सरकार से हटने के बारे में अंतिम फैसला कल या परसों तक लिया जायेगा । तब तक मंत्रिमंडल की बैठकों में शामिल नहीं होने और शासकीय कार्यो में भाग नहीं लेने के राकांपा के फैसले पर यथास्थिति बनी रहेगी।

उन्होंने कहा, हम 2014 के चुनाव तक संप्रग के साथ रहेंगे । हम संप्रग और सरकार को अंत तक समर्थन देते रहेंगे। पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र में विधानसभा का सत्र चालू होने की वजह से प्रदेश के पार्टी नेता बैठक में हिस्सा नहीं ले सके। इस विषय पर प्रदेश के पार्टी नेताओं के साथ चर्चा के बाद फैसला किया जायेगा। इस विषय पर कल फिर राकांपा के शीर्ष नेताओं की बैठक होगी। राकांपा के कुछ नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप होने के कारण पार्टी की ओर से दबाव बनाने का कदम उठाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में राकांपा और कांग्रेस की बराबरी पर आधारित सरकार है । भ्रष्टाचार से जुडे आरोपों के कारण पार्टी के इस तरह के कदम उठाये जाने की खबरें सरासर गलत हैं। अच्छी और स्वच्छ सरकार चले, इसके लिए राकांपा कटिबद्ध है।

पटेल ने कहा, ‘महाराष्ट्र में कौन भ्रष्ट है, यह हम सब जानते हैं । मैं कोई नाम नहीं लेना चाहता। कांग्रेस पार्टी का एक वर्ग इस तरह की अफवाहों को फैला रहा है और पार्टी (राकांपा) की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहा है। कांग्रेस नेतृत्व को ऐसे नेताओं की खिंचाई करनी चाहिए। राकांपा ने हालांकि कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी का व्यवहार बहुत अच्छा है।

पटेल ने कहा कि कांग्रेस का एक वर्ग जो अफवाह फैला रहा है, वह कांग्रेस पार्टी का रूख नहीं है। कांग्रेस का रूख वह है जो प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी का है और दोनों नेताओं का व्यवहार काफी अच्छा है। उन्होंने कहा कि पवार न तो प्रधानमंत्री के बगल की कुर्सी चाहते हैं और न ही उनकी कोई और मांग है। इस प्रकार की बातें कहा जाना गैरजिम्मेदाराना है।

यह पूछे जाने पर कि क्या आप सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं या सरकार में शामिल होकर, पटेल ने कहा, हम स्पष्ट कर चुके हैं कि अभी यथास्थिति बनी हुई है। लेकिन हम संप्रग सरकार का अभिन्न हिस्सा बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा चुनाव पूर्व गठबंधन है और हम पहले दिन से ही संप्रग के साथ हैं।

पी ए संगमा की पुत्री एवं पार्टी नेता अगाथा संगमा के बारे में पटेल ने कहा कि आज अगाथा ने पवार से मुलाकात की और कहा कि वह पूरी तरह से पार्टी के रूख के साथ हैं और इसका पालन करेंगी। अगाथा ने आश्वासन दिया कि वह पार्टी की नीतियों को ध्यान में रखकर काम करेंगी।

गौरतलब है कि ग्रामीण विकास राज्य मंत्री अगाथा संगमा ने पवार को अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। शरद पवार के नेतृत्व में हुई बैठक में प्रफुल्ल पटेल, तारिक अनवर, डी पी त्रिपाठी आदि ने हिस्सा लिया। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 24, 2012, 00:22

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