Last Updated: Friday, August 10, 2012, 12:50

नई दिल्ली: रामलीला मैदान में अनशन के आज दूसरे दिन योगगुरू बाबा रामदेव ने कहा कि लोकपाल के मुद्दे पर उन्होंने समझौतावादी रूख नहीं अपनाया है ।
उन्होंने कहा कि कल के भाषण के बाद आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने इस मुद्दे पर समझौतावादी रूख अपना लिया है और वह ‘सरकारी लोकपाल’ चाहते हैं ,लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा ,‘मैं सरकारी नहीं बल्कि सख्त लोकपाल चाहता हूं।’
रामदेव ने कहा कि लोकपाल विधेयक में शामिल मुद्दों पर आम सहमति बननी चाहिए और अगर 99 फीसदी मुद्दों पर सहमति बनती है तो इसे पारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के पास विदेशों में काला धन जमा कराने वालों की सूची है और अगर वह नाम नहीं बताती तो कम से कम उसे यह जरूर बताना चाहिए कि कितना काला धन विदेशों में जमा है।
उन्होंने कहा ,‘प्रधानमंत्री अपने भाषणों में कहते हैं कि भ्रष्टाचार देश की सबसे बड़ी समस्या है तो फिर सरकार को हमारी मांगे मानने में क्या आपत्ति है। ’
रामदेव ने कहा कि सरकार कहती है कि सेना को ईमानदार होना चाहिए, किसानों, बच्चों, डॉक्टरों को ईमानदार होना चाहिए लेकिन जब जनता सरकार को ईमानदार होने की बात कहती है तो इस पर फिर आपत्ति क्यों है।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के अगले चरण की रणनीति की घोषणा नहीं की गयी है इस बारे में की जा रही चर्चा बेबुनियाद है। वह कल तक इंतजार करेंगे और फिर अगली रणनीति तय करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 10, 2012, 12:50