Last Updated: Tuesday, April 10, 2012, 09:14
नई दिल्ली : भारतीय प्रेस परिषद के प्रमुख न्यायमूर्ति मार्कंडेय काटजू ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से अपील की है कि पाकिस्तान की जेल में वर्षों से बंद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को मानवीय आधार पर रिहा कर देना चाहिए।
काटजू ने इस संबंध में जरदारी के नाम पत्र लिखा है, जिसे उन्होंने पाकिस्तानी उच्चायोग के जरिए भेजा। पत्र में काटजू ने कहा कि जरदारी के हालिया दिल्ली एवं अजमेर दौरे से दोनों मुल्कों के बीच अच्छे रिश्तों का माहौल बना है। उन्होंने कहा, ‘मैं आप से अपील कर रहा हूं कि सरबजीत सिंह को रिहा किया जाए। मानवता का परिचय देते हुए और अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए उसे क्षमा करें। ऐसा करके आप भारतीयों के बीच अपने प्रभाव को बढ़ावा देंगे, जो दिल्ली एवं अजमेर दौरे से दिखा है।’
काटजू ने जरदारी को याद दिलाया कि उन्होंने 27 साल से पाकिस्तानी जेलों में बंद भारतीय कैदी गोपाल दास को रिहा करने की भारतीय सुप्रीम कोर्ट की अपील का सम्मान किया था। उन्होंने कहा कि ऐसा करते समय शीर्ष अदालत ने पाकिस्तानी शायर फैज अहमद फैज का यह शेर पढ़ा था, ‘कफस उदास है यारों सबा से कुछ तो कहो, कहीं तो बहर-ए-खुदा आज जिक्र-ए-यार चले।’ गोपाल दास के मामले में भारतीय सुप्रीम कोर्ट की अपील का सम्मान करते हुए जरदारी ने उसे माफी देकर रिहा करवा दिया था।
काटजू ने गोपाल दास की रिहाई को लेकर जरदारी को धन्यवाद करते हुए कहा, ‘सरबजीत के मामले में भी वही रुख दिखाइए। यह भारतीय नागरिक 20 साल से अधिक वक्त पाकिस्तान की जेल में बिता चुका है।’ प्रेस परिषद प्रमुख ने जरदारी को बताया कि हाल में भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तानी नागरिक डॉ. खलील चिश्ती को जमानत दे दी है। चिश्ती की रिहाई के लिए भी काटजू ने अभियान चलाया था।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 10, 2012, 14:44