Last Updated: Friday, January 13, 2012, 10:43
लखनऊ : प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्थानों में शुमार लखनउ के दारुल उलूम फरंगी महल ने विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी के राजस्थान में एक कार्यक्रम के सिलसिले में भावी आगमन के खिलाफ मुसलमानों की नाराजगी को जायज करार देते हुए इसके समर्थन में फतवा जारी किया है।
दारुल उलूम फरंगी महल के नाजिम मौलाना खालिद रशीद ने शुक्रवार को यहां बताया कि इदारे के फतवा विभाग (दारुल इफ्ता) ने रुश्दी के भारत आगमन के खिलाफ मुसलमानों की नाराजगी के बारे में एजाज अहमद नामक व्यक्ति द्वारा पूछे गये सवाल पर फतवा जारी कर मुसलमानों से रुश्दी के खिलाफ जायज तरीके से प्रदर्शन करने को कहा है।
उन्होंने बताया कि जारी फतवे में कहा गया है कि रुश्दी दुनिया का नापसन्दीदा शख्स है क्योंकि उसने पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब के लिये गलत शब्दों का इस्तेमाल किया है लिहाजा उसके भारत आने का यहां के मुसलमानों द्वारा विरोध किया जाना इस्लामी नुक्तेनजर से जायज है। मौलाना रशीद के मुताबिक फतवे में कहा गया है कि चूंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हर किसी को अपनी बात रखने का पूरा हक है इसलिये मुसलमान पैगम्बर की शान में गुस्ताखी करने वाले शख्स (रुश्दी) का जायज तरीके से विरोध करें ताकि उसके नापाक कदम मुल्क की सरजमीं पर नहीं पड़ें।
गौरतलब है कि ‘सेटेनिक वर्सेज’ नामक विवादास्पद किताब लिखने वाले सलमान रुश्दी का इस महीने के अंत में जयपुर में आयोजित होने वाले साहित्य उत्सव में शिरकत करने का कार्यक्रम है। दारुल उलूम देवबंद तथा बरेलवी मसलक समेत विभिन्न इस्लामी संस्थाओं की अगुवाई में मुसलमान इस लेखक के प्रस्तावित आगमन का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने इस दबाव के आगे नहीं झुकते हुए रुश्दी को वीजा नहीं देने के आग्रह को ठुकरा दिया है।
First Published: Friday, January 13, 2012, 16:13