Last Updated: Thursday, September 20, 2012, 22:27
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : कोल ब्लॉक आवंटन में फंसे केंद्रीय पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय की छुट्टी तय मानी जा रही है। खबर है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनसे तुरंत इस्तीफा देने को कहा है। लेकिन सुबोध कांत सहाय ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा उनसे इस्तीफा देने के लिए कहने की खबरों को हकीकत से बहुत दूर बताते हुए खारिज कर दिया। सहाय के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह खबर ऐसे तथ्यों पर आधारित थी जो थे ही नहीं और यह पूरी तरह गैरजिम्मेदाराना रिपोर्टिंग थी।
सुबोधकांत सहाय पर आरोप है कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों को कोल ब्लॉक दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को सिफारिश की थी। मीडिया में आई इस खबर के अनुसार सहाय का नाम एक कंपनी को दो कोल ब्लॉक आवंटित करने की सिफारिश करने के संदर्भ में आने के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा है। इस कंपनी में सहाय के भाई मानद निदेशक हैं। इस खुलासे के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर सहाय को हटाने के लिए दबाव बढ़ गया। सहाय से इस्तीफा मांगने के बाद साफ है कि कोल ब्लॉक घोटाले में जिन और मंत्रियों व सांसदों के नाम आए हैं वे भी नहीं बच पाएंगे। कोयला मंत्री प्रकाश जायसवाल की भी छुट्टी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एस. जगतरक्षण को भी मंत्री पद छोड़ने के लिए कहा जा सकता है। अगर डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि ने हरी झंडी दिखा दी तो तो उनकी छुट्टी तय है। कांग्रेस सांसद विजय दर्डा के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कैबिनेट में फेरबदल से पहले सहाय को इस्तीफा देने को कहा है। हालांकि प्रधानमंत्री इसी हफ्ते कैबिनेट में फेरबदल करना चाहते थे लेकिन तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वापस लेने के बाद उन्होंने इस फेरबदल को अगले सप्ताह तक के लिए टाल दिया है।
First Published: Thursday, September 20, 2012, 21:23