Last Updated: Friday, March 8, 2013, 21:10
नई दिल्ली : राज्यसभा के सदस्यों के एक समूह ने आज उन व्यक्तियों के लिए मौत की सजा की मांग की जिन्हें सामूहिक बलात्कार या नाबालिगों से बलात्कार का दोषी ठहराया गया है । इस समूह में राज्यसभा की महिला सदस्य भी शामिल थीं और इस समूह ने यह भी मांग की कि ऐसे मामलों की सुनवायी त्वरित आधार पर एक महीने के भीतर पूरी होनी चाहिए।
राज्ससभा सदस्यों मोहसिना किदवई, अंबिका सोनी, रेणुका चौधरी, प्रभा ठाकुर, एस. नचियप्पन और अश्क अली टाक ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंपे ज्ञापन में कहा कि सरकार को उस आपराधिक कानून :संशोधन: विधेयक को अंतिम रूप देते समय उनके विचार पर गौर करना चाहिए जिसके अगले सप्ताह कैबिनेट के समक्ष आने की संभावना है।
ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसे अमानवीय कृत्यों में कमी तभी आएगी जब ऐसे व्यक्तियों के लिए केवल फांसी का प्रावधान हो। सदस्यों ने कहा कि सामूहिक बलात्कार और नाबालिगों से बलात्कार के आरोपियों की सुनवायी एक महीने के भीतर पूरी होनी चाहिए ताकि ऐसे अपराधों में शामिल व्यक्यिों में सख्त कानूनों से भय हो।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 21:10