Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 17:51

नई दिल्ली : पाकिस्तान में वेबसाइटों पर अपलोड कर तोड मरोडकर पेश किये गये चित्र और भडकाउ वीडियो को लेकर भारत पडोसी देश के साथ सबूत साझा करेगा । इन भडकाउ सामग्रियों की वजह से बेंगलूर, पुणे, चेन्नई और मुंबई में रह रहे पूर्वोत्तर के लोगों ने अपने गृह प्रदेशों की ओर पलायन करना शुरू किया था ।
केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने साइबर हमले को लेकर आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम निश्चित तौर पर पाकिस्तान के साथ सबूत साझा करेंगे । ’’ कुछ इसी तरह के विचार गृह सचिव आर के सिंह के भी थे । उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि उसकी ओर से मुहैया कराये गये सबूतों के आधार पर पाकिस्तान ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे ।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ ईरान यात्रा पर गये भारत सरकार के अधिकारियों का कहना है कि गुट निरपेक्ष शिखर सम्मेलन के दौरान सिंह पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ अलग से मुलाकात के दौरान संभवत: यह मुद्दा न उठायें ।
आर के सिंह ने उन खबरों का खंडन किया, जिनमें उनके हवाले से कहा गया था कि पूर्वोत्तर के लोगों में भय पैदा करने के उद्देश्य से वितरित किये गये एसएमएस का मूलस्थान पाकिस्तान था । उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने कभी नहीं कहा कि एसएमएस का मूल स्रोत पाकिस्तान में था । ’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 17:51