साक्षात्कार देने का निर्णय मेरा अपना: पीड़िता का दोस्त, It was my decision to give interview: Delhi braveheart’s friend

साक्षात्कार देने का निर्णय मेरा अपना: पीड़िता का दोस्त

साक्षात्कार देने का निर्णय मेरा अपना: पीड़िता का दोस्तज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली : दिल्ली गैंगरेप पीड़िता के दोस्त ने कहा है कि समाचार चैनल ज़ी न्यूज को दिया गया उनका साक्षात्कार लोकप्रियता हासिल करने के लिए नहीं है। इस साक्षात्कार में पीड़िता के दोस्त ने 16 दिसंबर की त्रासदी का ब्यौरा दिया है।

पीड़िता के दोस्त ने ज़ी न्यूज से कहा,‘सुर्खियों में आने का कोई खास मकसद नहीं है। मैं घटना के बाद से टेलीविजन देखता आ रहा था। इनमें से ज्यादा चैनलों पर चीजें सही तरीके से दिखाई गईं लेकिन कुछ चैनलों पर चीजें थोड़ी बदली हुई सी लगीं। मैंने यह भी गौर किया कि समाचार चैनलों पर बहस वास्तविक बातों की अपेक्षा अन्य चीजों पर केंद्रित थी। उस रात जिन मुश्किलों का हमने सामना किया, उन्हें केवल मैं ही बता सकता हूं।’

उन्होंने कहा,‘घटना के बाद से विरोध-प्रदर्शन हो रहे थे। पुलिस लाठीचार्ज एवं पानी की बौछार का सहारा ले रही थी। फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की घोषणा हुई, राजनीतिज्ञ अपनी बात रख रहे थे। वास्तव में, असली समस्या यह है कि लोगों को रात में ऑटो नहीं मिलते और ऑटो यदि मिलते भी हैं तो ऑटोचालक बेहिसाब किराया मांगते हैं। यही नहीं, दुर्घटना हो जाने पर पुलिस भी पीड़ित की मदद नहीं करती। शिकायत दर्ज हो जाती है लेकिन न्याय मिलने में वर्षों लग जाते हैं। कई मामलों में न्याय आने से पहले पीड़ित की मौत तक हो जाती है।’

पीड़िता के दोस्त ने कहा कि मीडिया और अन्य मंचों पर बहस एक दिखावे में तब्दील हो गई है। इन बहसों में लोगों की वास्तविक समस्याएं केंद्र में नहीं होतीं।

यह पूछे जाने पर कि देश का सामना करने और साक्षात्कार के लिए ज़ी न्यूज पर आने का फैसला करते समय क्या उन्हें किसी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पर उन्होंने कहा, ‘नहीं, मुझे किसी तरह की समस्या नहीं हुई। यदि मेरे एक छोटे प्रयास से व्यवस्था में बदलाव आ जाता है तो यह मेरे साथ सभी के लिए अच्छा होगा।’

यह पूछे जाने पर कि क्या यह साक्षात्कार देने का फैसला उन्होंने खुद किया है। इस पर पीड़िता के दोस्त ने कहा,‘यह साक्षात्कार देने के पीछे मेरा उद्देश्य लोकप्रियता हासिल करना अथवा नाम कमाना नहीं है। मामले में आरोपपत्र दाखिल होने तक मैंने किसी से बात नहीं की। मैंने जब यह महसूस किया कि मामले में काफी कुछ किया जा चुका है, इसके बाद ही मैंने सामने आने और अपने तरीके से समाज की मदद करने का निर्णय लिया।’

First Published: Sunday, January 6, 2013, 16:50

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