Last Updated: Sunday, October 28, 2012, 09:09

नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आज शाम सात केंद्रीय मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार करने के साथ ही रविवार को कैबिनेट विस्तार का मार्ग प्रशस्त हो गया है जिसमें कम से कम 10 नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं और कुछ राज्य मंत्रियों को तरक्की मिल सकती है। आनंद शर्मा को विदेश मंत्रालय दिया जा सकता है। मनीष तिवारी को भी मंत्री पद देने की तैयारी है।
मंत्रिमंडलीय फेरबदल से पहले कैबिनेट मंत्रियों एस.एम. कृष्णा (विदेश), अंबिका सोनी (सूचना प्रसारण), मुकुल वासनिक (सामाजिक न्याय), सुबोध कांत सहाय (पर्यटन), राज्य मंत्री महादेव खंडेला (आदिवासी मामले), राज्य मंत्री अगाथा संगमा (ग्रामीण विकास), राज्य मंत्री विंसेंट पाला (जल संसाधन एवं अल्पसंख्यक मामले) ने इस्तीफे दे दिये है। उनका कहना है कि वे अब पार्टी के लिए काम करेंगे। कृष्णा को छोड़ बाकी सभी ने आज अपने इस्तीफे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंपे।
शुरूआत में अटकलें लगाई जा रही थीं कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है लेकिन अब ऐसा होने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं। उन्हें पार्टी में ही बड़ी भूमिका दी जा सकती है और संभव है कि वह कार्यकारी अध्यक्ष बना दिए जाएं। आनंद शर्मा को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से हटाए जाने के आसार हैं और कृष्णा की जगह विदेश मंत्रालय दिए जाने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है। संप्रग-1 सरकार में वह विदेश मंत्रालय में ही बतौर राज्य मंत्री थे।
आनंद शर्मा का वाणिज्य मंत्रालय डी. पुरंदेश्वरी को मिलने की संभावना है जो दिवंगत एन.टी. रामाराव की पुत्री हैं। वह मानव संसाधन विकास मंत्रालय में आठ साल बतौर राज्य मंत्री रही हैं। जिन नए लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के प्रबल आसार हैं, उनमें चिरंजीवी (आंध्र प्रदेश), ए एच खान चौधरी, प्रदीप भटटाचार्य और दीपा दासमुंशी (पश्चिम बंगाल), तारिक अनवर (महाराष्ट्र), प्रदीप बालमुचू (झारखंड) और प्रदीप माझी (ओडिशा) शामिल हैं। पुरंदेश्वरी के अलावा अजय माकन को भी कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है।
जिन राज्य मंत्रियों को प्रोन्नति मिल सकती है, उनमें सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मिलिन्द देवड़ा शामिल हैं। माकन को सूचना प्रसारण मंत्रालय मिल सकता है। शहरी विकास मंत्री कमलनाथ को संसदीय कार्य मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया जा सकता है। इस समय यह मंत्रालय पवन कुमार बंसल के पास है। एक अन्य राकांपा सांसद को कृषि मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है। कृषि मंत्री इस समय शरद पवार हैं, जो राकांपा प्रमुख हैं।
मंत्रिमंडलीय फेरबदल के अलावा कांग्रेस में संगठन के स्तर पर भी कई परिवर्तन होने की उम्मीद है। इस्तीफा देने के बाद अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक और सुबोधकांत सहाय ने कहा कि वे पार्टी के लिए काम करेंगे। सोनी कई साल तक कांग्रेस महासचिव रह चुकी हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की राजनीतिक सचिव भी रही हैं। वासनिक केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस महासचिव दोनों ही जिम्मेदारियां निभा रहे थे। कोल ब्लॉक आवंटन में सहाय विवादों के घेरे में आए थे। उन पर आरोप लगा कि उन्होंने झारखंड की एक कंपनी को कोल ब्लॉक आवंटित करने की सिफारिश की है। इस कंपनी में उनके भाई निदेशक हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 27, 2012, 20:22