Last Updated: Sunday, June 17, 2012, 00:26
नई दिल्ली : उत्तरी दिल्ली के एक अपार्टमेंट में बंद कई महीनों से भूखी दो बहनों को शनिवार को बाहर निकाला गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों बहनों के कपड़े मैले और तार-तार हो गए थे, उनके बाल बिखरे थे और समूचे बदन में घाव हो गए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ममता (40) और नीरजा (29) खुद को कई महीनों से अपने घर में बंद रखे हुई थीं। उनका परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है। वे सभी कुपोषित पाए गए।
उन्होंने बताया, यह घटना रोहिणी के सेक्टर आठ की है। इन बहनों के भाई ने उन्हें बचाने के लिए पड़ोसियों और एक गैर सरकारी संगठन से सम्पर्क किया।
ये बहनें 70 वर्षीया मां निर्मला और ममता के 15 वर्षीय बेटे के साथ रह रही थीं।
बंद कमरे से निकाले जाने के बाद दोनों बहनों को पास के बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें बुरी तरह कुपोषित बताया।
अम्बेडकर अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कौस्तव किरण ने बताया, इन बहनों की हालत गंभीर नहीं है, बल्कि ये बुरी तरह कुपोषित हैं। ये इतनी कमजोर हैं कि उनका रक्तचाप मापना भी संभव नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष अप्रैल में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। पिता की मौत के बाद दो बहनों ने नोएडा स्थित अपने घर के कमरे में खुद को महीनों तक बंद रखा था। वे कई महीने से भूखी थीं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 17, 2012, 00:26