Last Updated: Saturday, August 27, 2011, 10:32
नई दिल्ली. सरकार और अन्ना हजारे के सहयोगियों के बीच फिर खींचातान शुरू हो गया है. टीम अन्ना और सरकार के बीच विवाद उस समय और बढ़ गया जब टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा कि जब तक प्रस्ताव पारित नहीं होगा तब तक अनशन नहीं टूटेगा. वो सलमान खुर्शीद से मिलने गए थे.
प्रशांत भूषण ने कहा कि उन्हें यह भरोसा दिया गया था कि शनिवार को संसद में चर्चा के बाद वोटिंग होगी. आज संसद में वोटिंग नहीं हो रही. बहस नियम 193 के तहत हो रही है इसलिए इस बहस के आधार पर प्रस्ताव पास नहीं होगा. उनका कहना था कि कल जब नियम 184 के तहत नोटिस दिया गया था तो फिर उसके तहत बहस क्यों नहीं हुई. पूरे देश की जनता को यह जानने का हक है कि कौन सी पार्टी और कौन से सांसद किस तरफ खड़े हैं.
आज सदन में वोटिंग न कराना अन्ना हजारे की मांग की अनादर है. सरकार अपने वादे से मुकड़ रही है.
वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार धोखा दे रही है. पिछले चार दिन में तीन बार ऐसा हो गया है कि सरकार एक बार बात मानती है, फिर मुकर जाती है. सरकार कह रही है कि भाजपा आपके खिलाफ वोट करना चाहती है. पर यह सदन को तय करने दिया जाना चाहिए. कल रात को वोटिंग का भरोसा दिया गया था, लेकिन अब कहा जा रहा है कि वोटिंग में भाजपा आपके विरोध होगी.
टीम अन्ना की ओर से सरकार का यह रुख सामने आने के कुछ ही मिनट पहले रामलीला मैदान के मंच से टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने कह दिया कि संसद में ज्यादातर पार्टियों ने अन्ना की मांगों का समर्थन किया है. कांग्रेस ने भी कुछ शर्तों के साथ प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है.
फिर कुछ देर बाद कहा कि अभी प्रार्थना की जरूरत है. अन्ना जैसा प्रस्ताव चाहते हैं, वैसा कुछ होता नहीं दिख रहा. अब दोनों तरफ से बयानबाजी भी शुरू हो गई है. उधर सरकार के प्रतिनिधि लगातार बैठक कर रहे हैं.
First Published: Saturday, August 27, 2011, 18:11