Last Updated: Saturday, November 17, 2012, 20:31
भोपाल : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) संयोजक एवं जनता दल (यू) अध्यक्ष शरद यादव ने संसद के पटल पर रखी गई भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) रिपोर्ट पर संप्रग सरकार के मंत्रियों द्वारा संसद से बाहर की जा रही बयानबाजी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि संसद में बहस करने के बजाए उस पर चुनौतीपूर्ण भाषा में बयान देना बड़ी अप्रिय बात है।
जद (यू) के प्रांतीय सम्मेलन के लिए आज यहां आए यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘सीएजी रिपोर्ट पर सरकारी पक्ष एवं मंत्रियों द्वारा संसद के बाहर बयानबाजी करना अप्रिय बात है।’ उन्होंने कहा कि 22 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में भ्रष्टाचार सहित सीएजी रिपोर्ट, खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) जैसे सभी मुद्दों पर बहस होने की उम्मीद है और उन्हें यह भी आशा है कि संसद चलेगी। उन्होंने कहा कि एफडीआई मुद्दे पर संसद में सरकार को घेरा जाएगा और राजग अन्य सभी मुद्दों पर 22 नवंबर को अपनी रणनीति तय करेगा।
उन्होंने कहा, ‘एफडीआई पर हम चाहें हार जाएं, लेकिन समूचे विपक्ष को इस पर गोलबंद होना पड़ेगा। संसद में हम सीएजी रिपोर्ट, कोयला ब्लाक आवंटन घोटाला, रिलायंस पावर घोटाला सहित नागरिक उड्डयन घोटाले पर सवाल उठाएंगे। देश के इन घोटालों में 5.50 लाख करोड़ रुपए की राशि शामिल है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 17, 2012, 20:31