Last Updated: Friday, December 14, 2012, 21:20
नई दिल्ली: सरकार ने पूर्व सीबीआई निदेशक यूएस मिश्रा के आरोपों को खारिज कर दिया कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच के दौरान उन्हें राजनीतिक दबाव का सामना करना पड़ा था।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायणसामी ने कहा कि जहां तक सीबीआई की बात है यह एक स्वतंत्र संस्था है जो अपने अधिकार क्षेत्र के भीतर काम करती है और हमारी सरकार की ओर से कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता।’’ विधि मंत्री अश्वनी कुमार ने भी खारिज किया कि सीबीआई निदेशक पर सरकार की ओर से कोई दबाव है। संसद भवन के बाहर उन्होंने संवाददाताओं से कहा इस तरह का कोई दबाव नहीं है। संसदीय मामलों के राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने आरोप लगाया कि मिश्रा सीबीआई निदेशक के तौर पर जब काम कर रहे थे, उस समय राजग का शासन था इसलिए भाजपा को उनके आरोपों पर जवाब देना चाहिए।
शुक्ला ने यह भी कहा कि पूर्व नौकरशाह बेवजह ही विवाद पैदा कर रहे हैं और यह ठीक नहीं है। बहरहाल, भाजपा ने अपने इस आरोप को दोहराया कि सरकार द्वारा सीबीआई का ‘दुरुपयोग’ किया गया है और यह नया आरोप इस बात की पुष्टि करता है । (एजेंसी)
First Published: Friday, December 14, 2012, 21:20