Last Updated: Tuesday, September 18, 2012, 22:15

नई दिल्ली : सीबीआई ने कोयला आवंटन घोटाले के सिलसिले में मंगलवार को एएमआर आयरन एंड स्टील के निदेशकों अरविन्द जायसवाल एवं मनोज जायसवाल से पूछताछ की। एजेंसी ने घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में इन दोनों का नाम शामिल किया है।
एजेंसी ने एक संबंधित घटनाक्रम में डीआईजी रविकांत के कार्यकाल की अवधि को बढ़ाने की सिफारिश की है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि 1998 बैच के ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी रविकांत कोयला घोटाले की जांच की निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अरविन्द जायसवाल आज सुबह मनोज के पुत्र अभिषेक जायसवाल के साथ एजेंसी के समक्ष पेश हुए। लेकिन अधिकारियों ने अभिषेक को वापस भेज दिया क्योंकि उन्हें आज पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया था।
बाद में देर शाम मनोज जायसवाल भी सीबीआई मुख्यालय पहुंचे जहां अधिकारियों ने दोनों भाइयों से पूछताछ की।
सीबीआई ने प्राथमिकी में दोनों भाइयों मनेाज और अरविन्द जायसवाल का नाम शामिल किया है और आरोप लगाया है कि एएमआर आयरन एंड स्टील ने इन तथ्यों को छुपाया कि समूह की कंपनियों को पहले से ही कोयला ब्लाकों का आवंटन किया गया था और यह बताया कि ब्लाक हासिल करने के लिए कंपनी वित्तीय रूप से हकदार है। एएमआर समूह से संपर्क करने का प्रयास सफल नहीं हो सका।
उन्होंने बताया कि कंपनी पर आरोप है कि उसने ब्लॉक हासिल करने की खातिर वित्तीय योग्यता साबित करने के लिए फर्जी तरीके से दावा किया कि यह लोकमत समूह और आईएलएफएस की विशेष कंपनी है।
लेाकमत समूह के प्रमुख और सांसद विजय दर्डा ने इन आरापों से इंकार किया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 18, 2012, 22:03