Last Updated: Monday, February 20, 2012, 10:31
इटानगर : रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि सभी सीमावर्ती इलाकों का विकास जरूरी है तथा सुरक्षित और अभेद्य अंतरराष्ट्रीय सीमा केंद्र की शीर्ष प्राथमिकता रहनी चाहिए।
एंटनी ने यहां कहा, ‘हम उन चुनौतियों से वाकिफ हैं जिनसे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग जूझते हैं और यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक ड्यूटी है कि हमारे सीमावर्ती इलाकों का देश के किसी अन्य हिस्से की तरह विकास हो।’ अरूणाचल प्रदेश की अति संवेदनशील प्रकृति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षित और अभेद्य अंतरराष्ट्रीय सीमा का महत्व केंद्र का शीर्ष प्राथमिकता वाला क्षेत्र बना रहना चाहिए।
उन्होंने आज सुबह यहां इस सीमावर्ती राज्य की रजत जयंती समारोह में कहा, ‘अरूणाचलवासी हमेशा से अपनी अटूट देशभक्ति के लिए जाने जाते हैं और वे मातृभूमि के प्रति अपने प्रेम के मार्ग में किसी के समक्ष नहीं झुके।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में 22 प्रशासनिक केंद्रों को संपर्क सुविधा प्रदान करने, झूलते हुए पुलों एवं लकड़ी के पुलों के निर्माण, भारवाहकों के लिए मार्ग तैयार करने तथा पेयजल की सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय तथा योजना आयोग को भेजे गए प्रस्ताव बहुत ही जरूरी हैं और उनपर निश्चित ही गंभीर रूप से ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य की 1680 किलोमीटर सीमा चीन, म्यामार और भूटान से लगती है, ऐसे में इसके रणनीतिक महत्व को ध्यान में रखकर रक्षा मंत्रालय ने अरूणाचल स्काउट की पहली बटालियन के लिए कंपनी स्थान के वास्ते भूमि अधिग्रहण के लिए धन उपलब्ध कराने का फैसला किया है। इसी के साथ सभी एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स जल्द ही चालू होंगे। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 20, 2012, 16:01