Last Updated: Monday, March 4, 2013, 16:13
नई दिल्ली : सरकार ने सोमवार को बताया कि उसे चीन और पाकिस्तान द्वारा सीमाओं पर आधारभूत संरचना के विकास और भारत चीन सीमा पर चीन के सैन्य आधुनिकीकरण की जानकारी है और इसकी नियमित रूप से समीक्षा की जाती है।
लोकसभा में रमेश बैश, डा. रत्ना डे, केडी देशमुख, राजेन्द्र अग्रवाल और जितेन्द्र सिंह बुन्देला के प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि सरकार सीमाओं पर चीन और पाकिस्तान की ओर से आधारभूत संरचना के विकास से संबंधित गतिविधियों से अवगत है और खतरे की संभावनाओं की नियमित रूप से समीक्षा की जाती है और अपेक्षित कदम उठाई जाती है।
उन्होंने कहा कि सरकार को भारत-चीन सीमा पर चीन के सैन्य आधुनिकीकरण एवं आधारभूत संचना के विकास की भी जानकारी है। एंटनी ने कहा कि भारत की सम्प्रभुता, प्रादेशित अखंडता और सुरक्षा की रक्षा करने के लिए जरूरी रक्षा तैयारियों के लिए आधारभूत एवं सामरिक क्षमताओं का विकास एक सतत गतिविधि है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि चीन से लगी सीमा पर ऐसे क्षेत्र है जहां सीमा के संबंध में दोनों देशों की अवधारणा अलग अलग है। दोनों पक्ष सीमा संबंधी अपनी अवधारणा के अनुरूप तक गश्त लगाते हैं। उन्होंने कहा कि घुसपैठ संबंधी घटनाओं को हाटलाइन, फ्लैग मीटिंग, सीमा कर्मियों की बैठकों तथा साधारण कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से चीनी पक्ष के समक्ष उठाया जाता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 4, 2013, 16:13