Last Updated: Monday, May 14, 2012, 12:19
नई दिल्ली: पाकिस्तान से लगती सीमा पर युद्धकालीन स्थिति में तैनात किए गए सैन्य बलों में भारत कुछ कटौती कर सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बात की संभावना है कि सेना की तैनाती को कम किया जा सकता है।
अधिकारियों के अनुसार, मुंबई पर आतंकी हमले के तुरंत बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ विवादित सीमा खासकर कश्मीर के युद्धकालीन ठिकानों पर सैनिकों को तैनात किया था। विशेषज्ञों के अनुसार युद्धकालीन स्थिति में सीमा पर नियमित सेना चौकसी करती है जबकि शांतिकाल में सीमा की सुरक्षा का जिम्मा विशेष बलों का होता है। भारत का सीमा सुरक्षा बल तथा पाकिस्तान के रेंजर्स इसे निभाते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय कदम के जवाब में पाकिस्तान ने सियालकोट और अन्य जगहों के अग्रिम ठिकानों पर सैनिक तैनात किये। एक वरिष्ठ सैनिक अधिकारी ने बताया कि भारत ने सैनिकों का जमावड़ा जरूर किया लेकिन सन् 2002 की तरह सीमा पर कोई गंभीर तनाव की नौबत नहीं आई जब भारतीय संसद पर हमला हुआ था और जिसके लिये पाकिस्तान स्थित दो गुटों को जिम्मेदार माना गया। उसने बताया कि कभी अलर्ट नहीं किया गया न हमारी तरफ से और न ही उनकी ओर से।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के किसी कदम से पाकिस्तान को देश के उत्तर में अधिक सैनिक भेजने का अवसर मिलेगा जहां वह अलकायदा और स्थानीय तालीबान से लड़ रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 14, 2012, 21:52