Last Updated: Tuesday, May 14, 2013, 21:21

नई दिल्ली : चीन सरकार द्वारा सीमा मुद्दे के जल्द समाधान की इच्छा जाहिर करने के एक दिन बाद भारत ने मंगलवार को यह कहते हुए जवाब दिया कि दोनों देशों की ओर से इस मसले के हल को ‘रणनीतिक उद्देश्य’ मानना चाहिए।
भारत ने यह कहते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के बाबत अलग-अलग मान्यताओं पर ‘स्पष्टीकरण एवं पुष्टि’ की जरूरत पर जोर दिया कि यदि प्रस्ताव पर कोई अग्रिम कदम उठाया गया तो हम उसके लिए तैयार होंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने यहां कहा, ‘यह हमारा दृढ़ विश्वास है कि सीमा मुद्दे के जल्द समाधान से दोनों देशों के मौलिक हितों को लाभ मिलेगा और इसलिए हम महसूस करते हैं कि दोनों देशों को इसे रणनीतिक उद्देश्य मानना चाहिए।’
अकबरूद्दीन से चीन के विदेश मंत्रालय के सूचना विभाग के महानिदेशक और प्रवक्ता किन गांग की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया मांगी गयी थी।
भारत के दौरे पर आए किन ने सीमा मुद्दे के समाधान के लिए एक तय खाके के मुताबिक होने वाली बातचीत को आगे बढ़ाने के प्रयास दोगुना करने की जरूरत पर जोर दिया था ताकि दोनों देश जल्द से जल्द एक ऐसे समाधान पर पहुंचें जो दोनों देशों को स्वीकार्य हो।
यह टिप्पणी लद्दाख में हुई हालिया चीनी घुसपैठ की पृष्ठभूमि में की गयी। कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह चीन के रख में बदलाव का संकेत है जो अब सीमा मुद्दे का जल्द समाधान चाहता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 14, 2013, 21:21