Last Updated: Sunday, May 26, 2013, 15:34
तंजावूर : रक्षामंत्री एके एंटनी सोमवार को यहां एक वायुठिकाने का उद्घाटन करेंगे जहां भारतीय वायुसेना के एसयू-30 एमकेआई युद्धक विमान का स्क्वाड्रन होगा जो हिंद महासागर क्षेत्र पर निगरानी रखने में मदद करने वाला दक्षिण भारत का पहला युद्धक स्क्वाड्रन होगा।
भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि वायुसेना के सुखोई एसयू-30 युद्धक विमान का स्क्वाड्रन तंजावूर में आधारित होगा। यह हिंद महासागर पर सामरिक निगरानी रखेगा और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह तक के दक्षिणी क्षेत्र को अपने दायरे में लेगा।
भारतीय वायुसेना यहां अपने नियमित युद्धक और मालवाहक विमानों की टुकड़ियां तैनात करेगी क्योंकि रनवे और अन्य सुविधाएं यहां स्थापित हो चुकी हैं।
यह भारतीय वायुसेना की दक्षिणी वायु कमान के तहत दक्षिण भारत में पहला युद्धक स्क्वाड्रन होगा। इससे पहले दक्षिण भारत में कहीं भी कोई युद्धक स्क्वाड्रन नहीं था।
भारतीय वायुसेना ने वायुठिकाने पर दो रनवे का उन्नयन किया है जो कई दशक से मौजूद थे। तमिलनाडु में सूनामी और हाल की बाढ़ के दौरान राहत कार्यक्रमों के लिए इनका उपयोग व्यापक रूप से किया गया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 26, 2013, 15:34