Last Updated: Wednesday, March 14, 2012, 08:14

नई दिल्ली : रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बुधवार को लोकसभा में पेश रेल बजट पर अपने भाषण में कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान मंत्रालय ने पांच प्राथमिकताएं तय की है जिसमें मुख्य जोर सुरक्षा पर होगा। वित्त वर्ष 2012-13 के लिए लोकसभा में रेल बजट पेश करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि मेरा सुरक्षा पर खासा जोर होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश में रेल दुर्घटना की पृष्ठभूमि में पद संभालने के कुछ ही समय बाद यह निर्णय लिया गया था।
अपने राजनीतिक जीवन का पहला रेल बजट पेश करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि मैं रेल यात्रा को दुर्घटना रहित बनाना चाहता हूं। परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व प्रमुख अनिल काकोदकर की अध्यक्षता वाले विशेषज्ञ समूह की अनुशंसा पर मैं एक स्वतंत्र रेल सुरक्षा प्राधिकरण की स्थापना का प्रस्ताव रखता हूं। त्रिवेदी के अनुसार अन्य चार प्राथमिकताएं एकीकरण, भीड़भाड़ कम करना एवं क्षमता में वृद्धि, आधुनिकीकरण और परिचालन लागत कम करना है।
रेल मंत्री ने कहा कि परिचालन लागत वर्तमान के 95 फीसदी से घटाकर 84.5 फीसदी तक लाया जाएगा और 12वीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक इसे घटाकर 74 फीसदी तक लाया जाएगा। अभी तक रेलवे को 100 रुपये कमाने के लिए 95 रुपये खर्च करने होते हैं। उन्होंने कहा कि यह बजट अगले वित्त वर्ष के लिए ही नहीं है, बल्कि यह उनकी पूर्ववर्ती एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 2020 के दृष्टिकोण पत्र से प्रेरित होकर 12वीं पंचवर्षीय योजना की अवधि के लिए भी है।
भारतीय रेल 64,000 किमी मार्ग के साथ विश्व का तीसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है। इस नेटवर्क पर प्रतिदिन 12,000 यात्री रेलगाड़ियां एवं 7,000 मालगाड़ियां क्रमश: 230 लाख यात्रियों एवं 26.5 लाख टन सामान की ढुलाई करती हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 14, 2012, 13:44