Last Updated: Tuesday, September 4, 2012, 13:50
कोलकाता : पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर का कहना है कि वैश्विक अगुवा बनने में आध्यात्मिक-सांस्कृतिक शक्ति (सॉफ्ट पावर) भारत की सबसे बड़ी मजबूती है, लेकिन सख्त वीजा नियमों के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि प्रभावित हुई है।
थरूर ने अपनी नयी पुस्तक ‘पैक्स इंडिका’ में यह बात कही है। यह पुस्तक भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर आधारित है। इस पुस्तक में थरूर ने कहा कि आज के समय में भारत के पास सॉफ्ट पावर है और 21वीं सदी की दुनिया में यही इसका सबसे बेहतर रास्ता हो सकता है कि वह नेतृत्व प्रदान करे।
उन्होंने कहा कि भारत में सॉफ्ट पावर का विकास प्राकृतिक रूप से हुआ है और आयुर्वेद तथा योग के जरिए भारत ने अंतरराष्ट्रीय अपील पैदा की तथा आज बदली हुई तस्वीर भारतीय प्रवासियों ने पेश की है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि भारत अपने सॉफ्ट पावर का पूरी तरह से लाभ नहीं उठा पाया और इसका कारण लोकतांत्रिक परंपराओं को भुनाने में अयोग्यता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 4, 2012, 13:50