Last Updated: Saturday, June 30, 2012, 23:19
नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा सोनिया गांधी को वर्ष 2004 के आम चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाने के लिए खुद के तैयार होने का खुलासा अपनी पुस्तक में किए जाने को जदयू ने आज खारिज करते हुए कहा कि ‘यह बात आज प्रासंगिक नहीं है।
जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, यदि उन्होंने (कलाम ने) 2004 में ऐसा कहा होता, तो यह अलग स्तर का नैतिक बल होता। यह टिप्पणी अभी उस तरह का नैतिक बल नहीं रखती है क्योंकि उन्होंने घटना के आठ साल बाद खुलासा किया है। उस वक्त जो इसकी प्रासंगिकता होती, वह आज नहीं है। राजग के संयोजक यादव ने कहा कि यह देश के लिए तब जाकर बेहतर होता, जब कलाम ने उस वक्त इन चीजों के बारे में कहा होता।
उन्होंने कहा, उस वक्त इस मुद्दे पर अफवाहों का बाजार गर्म था। जदयू के कुछ नेताओं ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि कलाम ने इतने लंबे समय तक इसे क्यों छिपाए रखा, जबकि इस मुद्दे पर देश में गर्मागर्म बहस हो रही थी और एक महिला :सोनिया गांधी: को निशाना बनाया जा रहा था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 30, 2012, 23:19