Last Updated: Sunday, September 29, 2013, 21:43
तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व के तहत शुरू की गई योजनाओं ने हाशिए पर मौजूद तबके के लाखों लोगों को मदद पहुंचाई है।
सोनिया ने यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर नैयर बांध पर एक कार्यक्रम में कहा कि हाशिए पर मौजूद तबके ने हर स्तर पर भेदभाव का सामना किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं से करोड़ों लोगों का स्तर उपर उठाया है। दोषी जनप्रतिनिधियों को बचाने वाले अध्यादेश पर राहुल के हमले से पैदा हुए राजनीतिक भूचाल के बीच ये टिप्पणियां की गई हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इस अध्यादेश को ‘पूरी तरह से बकवास’ और ‘इसे फाड़कर फेंक देने’ की बात कही थी।
राहुल ने शुक्रवार को कहा था, ‘इस अध्यादेश को लेकर हमारी सरकार ने अभी तक जो कुछ किया है वह गलत है।’ इसके बाद, सोनिया गांधी ने टेलीफोन पर प्रधानमंत्री से बात की थी जो इस समय अमेरिका में हैं और राहुल ने भी उन्हें पत्र लिखकर अत्यंत मुश्किल परिस्थितियों में सिंह के नेतृत्व को लेकर उनकी तारीफ के पुल बांधे थे। राहुल के हमला बोलने के कुछ ही घंटे बाद कांग्रेस ने उनका पत्र सार्वजनिक किया।
इस विवादास्पद अध्यादेश को हाल ही में सिंह की अध्यक्षता वाली केंद्रीय कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दी थी। सोनिया ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से समावेशी विकास के गांधीवादी सिद्धांत के साथ खड़ी है और पार्टी इस अवधारणा के आधार पर समाज के सभी तबके के विकास के लिए कोशिशें जारी रखेगी।
उन्होंने राजीव गांधी विकास अध्ययन संस्थान से संबद्ध शोध सह प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। इसकी स्थापना केरल प्रदेश कांग्रेस समिति ने की है। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बात का जिक्र किया कि समाज के हाशिए पर मौजूद लोगों का लिंग, जाति और वर्ग के आधार पर भेदभाव का सामना किया जाना अभी तक देश के लिए एक समस्या बना हुआ है। उन्होंने नीति निर्माताओं से इसे दूर करने के लिए नीतियां और कार्यक्रम बनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि केंद्र की संप्रग सरकार और केरल की यूडीएफ सरकार, दोनों ही सरकारें गांधीवादी सिद्धांतों के तहत समावेशी विकास सुनिश्चित करने और गरीबों तथा दबे कुचले लोगांे का स्तर उपर उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘हमें गरीबों और हाशिए पर मौजूद लोगों को सशक्त करने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 29, 2013, 21:02