Last Updated: Sunday, October 2, 2011, 15:45
नई दिल्ली : संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी सहित आला नेताओं के संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में गांधीवादी अन्ना हजारे पक्ष ने रविवार से जनलोकपाल के मुद्दे पर अपना सर्वेक्षण शुरू कर दिया। यह सर्वेक्षण उत्तर प्रदेश के नौ, बिहार के दो और उड़ीसा के एक शहर में शुरू किया गया है। इसमें लोकपाल विधेयक पर गौर कर रही संसद की स्थायी समिति के पांच सदस्यों के निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल हैं। इस समिति की ओर से संसद के शीतकालीन सत्र में अपनी रिपोर्ट पेश किये जाने की संभावना है। हजारे पक्ष इससे पहले सदस्यों पर अपने सर्वेक्षण के जरिये दबाव बनाना चाहता है। हजारे के आंदोलन इंडिया अगेन्स्ट करप्शन की राष्ट्रीय समन्वय समिति के सदस्य संजय सिंह ने लखनऊ से बताया कि हमने रायबरेली, अमेठी, मैनपुरी, हमीरपुर, गाजियाबाद, कौशाम्बी, वाराणसी, लखनऊ और अम्बेडकर नगर में सर्वेक्षण की कवायद शुरू कर दी है। बिहार के छपरा और दरभंगा तथा उड़ीसा के पुरी में भी सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि रायबरेली से सोनिया, अमेठी से राहुल, मैनपुरी से सपा प्रमुख मुलायम सिंह, वाराणसी से भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और गाजियाबाद से राजनाथ सिंह लोकसभा सदस्य हैं। सिंह ने बताया कि इस कवायद में स्थायी समिति पांच सदस्यों के निर्वाचन क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। छपरा से राजद प्रमुख लालू प्रसाद, दरभंगा से भाजपा के कीर्ति आजाद, कौशाम्बी से सपा नेता शैलेंद्र कुमार, हमीरपुर से बसपा के विजय बहादुर सिंह और पुरी से बीजद के पिनाकी मिश्रा सांसद हैं। ये सभी स्थायी समिति के सदस्य भी हैं।
इस सर्वेक्षण में जनता से दो सीधे सवाल किये जा रहे हैं। पहला सवाल है, क्या आपके सांसद और उनकी पार्टी को अन्ना हजारे के जनलोकपाल विधेयक का संसद में समर्थन करना चाहिये। दूसरा सवाल है, अगर वह अन्ना के विधेयक का संसद में समर्थन नहीं करते हैं तो क्या आप उन्हें या उनकी पार्टी को अगले चुनाव में वोट देंगे। सिंह के अनुसार, इस सर्वेक्षण के तहत निर्वाचन क्षेत्रों में न्यूनतम एक लाख और अधिकतम दो लाख लोगों से रायशुमारी करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कवायद आठ से 15 दिन के बीच पूरी होगी। इसके बाद नतीजों की घोषणा की जाएगी। हजारे पक्ष ने सर्वेक्षणों की शुरुआत के लिए उत्तर प्रदेश के शहरों को इसलिए चुना है, क्योंकि वहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन शहरों के नतीजों के बाद देश के अन्य शहरों में भी इस तरह के सर्वेक्षण कराने की योजना है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, October 2, 2011, 21:15