सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल चिंताजनक: पीएम

सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल चिंताजनक: पीएम

सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल चिंताजनक: पीएमनई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश में सांप्रदायिक स्थिति बिगड़ने पर आज चिंता जताई और कहा कि इस तरह के तनाव को भड़काने के लिये सोशल मीडिया और संचार के अन्य माध्यमों के इस्तेमाल से एक नयी चुनौती पैदा हो गयी है।

प्रधानमंत्री ने यहां राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के वाषिर्क सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा, पिछले कुछ महीनों के दौरान देश में सांप्रदायिक वारदात में हुआ इजाफा और हाल के हफ्तों में पूर्वोत्तर में नस्लीय हिंसा का फिर से उभरना हम सभी के लिये चिंता की वजह है। मनमोहन ने कहा कि दक्षिण एवं पश्चिम भारत के कई शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन से पूर्वोत्तर के नस्लीय उपद्रव ने राष्ट्रीय शक्ल अख्तियार कर ली है। उन्होंने कहा, इससे देश में सांप्रदायिक स्थिति और बिगड़ गई, जिसके उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में पहले से ही बिगड़ने के संकेत मिल चुके हैं।

मनमोहन ने कहा कि सांप्रदायिक तनाव को भड़काने के लिये बड़े पैमाने पर मोबाइल संदेशों और सोशल मीडिया के इस्तेमाल के बाद हुई हाल की घटनाओं ने देश के सामने एक नयी चुनौती पैदा कर दी है। उन्होंने कहा, हमें पूरी तरह यह समझने की जरूरत है कि शरारती तत्वों ने किस तरह नये मीडिया का इस्तेमाल किया। हमें इन नये तरीकों के दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिये नीति भी तैयार करने की जरूरत है। हालांकि साथ में उन्होंने यह आगाह भी किया कि इस मीडिया के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने का कोई भी उपाय अभिव्यक्ति और संचार की स्वतंत्रता को ध्यान में रख कर किया जाये।

मनमोहन ने कहा, मुझे यकीन है कि आने वाले महीनों में हमारे पुलिस बल इन प्रवृतियों से निपटने के लिये प्रभावी उपाय तैयार करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि नस्लीय, धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता भारत के लिये मजबूती एवं उत्साह के स्रोत हैं और देश के ‘बहुआयामी सामाजिक परिदृश्य’ में मौजूद एकता की डोर को मजबूत करने के प्रयास किये जाने चाहिये। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 8, 2012, 15:09

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