Last Updated: Saturday, August 18, 2012, 20:40

नई दिल्ली : जनता दल यूनाइटेड के नेता शरद यादव ने देश के विभिन्न हिस्सों से पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन के मद्देनजर अफवाह फैलाने वालों पर रोक लगाने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइटों पर अस्थायी रूप से रोक लगाने की वकालत की।
यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, वह इन सोशल नेटवर्किंग साइटों पर प्रतिबंध लगाने की मांग नहीं कर रहे हैं। वह तो अभिव्यक्ति की आजादी के पक्षधर हैं। लेकिन इस संकट ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि इन साइटों को खुद आगे आकर समाज और राष्ट्र विरोधी तत्वों की पहचान करने में मदद करनी चाहिए। अगर वे खुद से ऐसा नहीं करते तो सरकार को राष्ट्रीय हित में इन साइटों के संचालन को अस्थायी रूप से निलंबित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी को देश की स्वतंत्रता की बुनियाद को ही नष्ट करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
जदयू नेता ने असम में जातीय हिंसा की घटनाओं से निपटने के मामले में केन्द्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि थोक एसएमएस पर रोक लगाना मात्र पर्याप्त नहीं है। उन्होंने जानना चाहा कि आखिर कौन लोग हैं जो इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 18, 2012, 20:40