Last Updated: Sunday, December 2, 2012, 12:35
नई दिल्ली : कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा अपनी विद्युत ग्रिड प्रणाली के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने वाला देश का पहला हवाई अड्डा बनने जा रहा है। कोलकाता स्थित सौर मॉड्यूल निर्माता कंपनी विक्रम सोलर कोचीन के नेदुम्बसेरी स्थित इस हवाई अड्डे पर ‘100 किलोवाट पीक’ (केडब्ल्यूपी) का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करेगी।
कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि विक्रम सोलर इस ‘सोलर फोटो वोल्टैक (पीवी) पॉवर सिस्टम’ का डिजाइन तैयार करेगी, उसे स्थापित करेगी और उसकी शुरूआत भी करेगी। इस प्रणाली में सौर पैनल लगे होंगे। विक्रम सोलर के निदेशक ज्ञानेश चौधरी ने बताया, ‘पैनल से डीसी बिजली उत्पन्न होगी जिसे ग्रिड में सीधे नहीं भेजा जाएगा। इसे इन्वर्टरों से एसी वोल्टेज में बदला जाएगा और फिर उसे ग्रिड प्रणाली में भेजा जाएगा जहां से इसका उपयोग टर्मिनल की इमारत को रोशन करने में किया जाएगा।’
स्थानीय और ग्रिड उपयोग के लिए बिजली को कम क्षमता वाले ट्रांसमिशन वोल्टेज से जोड़ा जाएगा। प्रस्तावित उर्जा उत्पादन करीब 148 एमडब्ल्यूएच प्रति वर्ष होगा और इसकी क्षमता 100 केडब्ल्यूपी होगी। प्रत्येक पीवी मॉड्यूल की विद्युत क्षमता 240 से 250 डब्ल्यूपी तक होगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 2, 2012, 12:35