Last Updated: Friday, March 22, 2013, 10:43

चेन्नई/नई दिल्ली : कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से अलग होने के दो दिन बाद ही द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष एम. करुणानिधि के बेटे तथा डीएमके के नेता एमके स्टालिन के घर पर सीबीआई द्वारा डाले गए छापे के बाद प्रधानमंत्री सहित कांग्रेस के तमाम नेता इस मामले पर स्पष्टीकरण देते नजर आए। मामले पर राजनीति काफी गर्मा चुकी है तथा प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस पर सीबीआई के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जहां इस छापे के समय को दुर्भाग्यजनक कहा वहीं दो दिन पहले श्रीलंका मामले पर कांग्रेस के खिलाफ सख्त रुख दिखाने वाले करुणानिधि ने बड़ी सहजता एवं रहस्यात्मक तरीके से कहा है कि यह राजनीति प्रेरित हो भी सकता है और नहीं भी।
घटना से व्यथित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कहना पड़ा कि सीबीआई के छापे का समय दुर्भाग्यजनक है। मनमोहन सिह ने कहा कि इस घटना से हम सभी बहुत परेशान हैं। सीबीआई के छापे का समय दुभाग्र्यजनक है। मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि इसमें सरकार का कोई हाथ नहीं है। हम इस घटना की पूरी जानकारी हासिल करेंगे। केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने भी सीबीआई के इस छापे की कड़ी निंदा की। इस बीच, इस कार्रवाई को रद्द किए जाने की खबर पर गुप्तचर विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि छापेमारी समाप्त हो गई है लेकिन उसे रद्द नहीं किया गया है।
चिदंबरम ने नई दिल्ली में कहा कि आम तौर पर मैं किसी दूसरे विभाग (गृह मंत्रालय) के काम पर टिप्पणी नहीं करता, लेकिन इस मामले में मुझे कहना पड़ रहा है कि मैं सीबीआई की कारवाई की कड़ी निंदा करता हूं। इससे गलतफहमी पैदा होगी। इस बीच, नाराज स्टालिन ने पत्रकारों से कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक लड़ाई के अंतर्गत की जा रही है और वह हर कानूनी प्रक्रिया का सामना करने के लिए तैयार हैं। उनके पिता करुणानिधि ने हालांकि, बाद में कहा कि सामान्यत: डीएमके के खिलाफ कार्रवाई राजनीतिक लड़ाई के अंतर्गत की जाती है और यह राजनीतिक या गैरराजनीतिक भी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि इस छापे के विरोध में आए विभिन्न नेताओं के बयान से वह सहमत हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लड़ाई से प्रेरित कार्रवाई न सिर्फ केंद्र, बल्कि तमिलनाडु में भी होती है। एक अधिकारी ने बताया कि स्टालिन के बेटे उदयनिधि द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हम्मर कार के आयात के संदर्भ में यह कार्रवाई की गई। सीबीआई ने एक वक्तव्य में कहा कि तमिलनाडु में आयात नियमों का उल्लंघन कर 33 कारों के आयात की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता तथा भ्रष्टाचार निरोधी अधिनियम के तहत सीबीआई में मामले दर्ज किए गए थे। सीबीआई ने बताया कि एक आयातकर्ता और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी, जिसने कथित तौर पर कारों का इस्तेमाल करने वाले तथा अन्य कई लोगों का पता लगने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। आयातित कार मामले में आयात नियमों का उल्लंघन कर राजकोष को लगभग 48 करोड़ रुपयों का नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं।
माना जा रहा है कि सीबीआई ने यह मामला दिल्ली में दर्ज किया है और कारों के आयात और सीमा शुल्क की अदायगी के संबंध में छापे मारे गए। विदेशी कारों पर आयात कर अदा न किए जाने के संबंध में तमिलनाडु के 10 से अधिक व्यवसायियों और स्टालिन के दोस्त राजा शंकर के घर पर भी छापा मारा गया। इस घटना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को संप्रग सरकार के खिलाफ एक और हथियार दे दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एम. वेंकैया नायडू ने संसद के बाहर कहा कि यह सहयोगी दलों के लिए संदेश है कि जो एम.के. स्टालिन के घर में हुआ, वह आपके साथ भी हो सकता है। कांग्रेस सीबीआई के गलत इस्तेमाल के लिए जानी जाती है। सीबीआई कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन बनकर रह गई है।
भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने एक निजी समाचार चैनल से कहा कि यह बात साबित हो चुकी है कि (संप्रग) सरकार सत्ता में बने रहने के लिए सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि जब सहयोगी दल उनसे अलग हो रहे हैं, तब वह अपने अधिकार का प्रयोग उनके खिलाफ कर रही है। यह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) को साफ संदेश है कि अगर वे सरकार का साथ छोड़ेंगे तो उन पर भी ऐसी ही कारवाई की जाएगी। यह एक अस्पष्ट धमकी है। स्टालिन, करुणानिधि के परिवार के तीसरे सदस्य हैं। सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले 2011 में उनकी मां दयालु अम्मल और बहन कनिमोझी से पूछताछ की गई थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 22, 2013, 10:43