स्टालिन के यहां छापे की माकपा ने निन्दा की

स्टालिन के यहां छापे की माकपा ने निन्दा की

स्टालिन के यहां छापे की माकपा ने निन्दा कीनई दिल्ली : माकपा ने कहा कि द्रमुक नेता एम के स्टालिन के आवास पर छापे की कार्रवाई पार्टी द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिये जाने के 24 घंटे के भीतर की गयी और संप्रग को समर्थन कर रही पार्टियों के लिए यह स्पष्ट संकेत है ।

माकपा नेता सीताराम येचुरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि द्रमुक के समर्थन वापसी के 24 घंटे के भीतर छापे मारे गये इसलिए सीबीआई को ‘कांग्रेस ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन’ ही कहा जा सकता है ।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी इस घटना से पल्ला झाड लिया । जब सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री को ही नहीं पता कि उनकी सरकार क्या कर रही है तो यह काफी दु:खद बात है ।

येचुरी ने कहा कि सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों को भी नहीं पता है कि छापे का आदेश किसने दिया । छापे को वही रूकवा सकता है, जिसने इस तरह की कार्रवाई का आदेश दिया । उन्होंने चुटकी ली कि सीबीआई के छापे संप्रग सरकार को समर्थन कर रही पार्टियों के लिए स्पष्ट संकेत है ।

सरकार की स्थिरता के बारे में एक सवाल के जवाब में येचुरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वापसी के बाद ही यह अल्पमत वाली सरकार बन गयी थी । येचुरी इस सवाल को टाल गये कि क्या वाम दल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे ।

न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर वाम दलों और कांग्रेस के बीच कोई व्यवस्था बनने के बारे में पूछने पर येचुरी ने कहा कि भारत-अमेरिकी परमाणु करार कर संप्रग ने खुद ही न्यूनतम साझा कार्यक्रम का उल्लंघन किया था । (एजेंसी)

First Published: Thursday, March 21, 2013, 17:39

comments powered by Disqus