Last Updated: Friday, November 2, 2012, 12:26

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाने के बाद जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर पलटवार करते हुए राहुल को चुनौती दी है। उन्होंने अब राहुल गांधी को उनके खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करने की चुनौती दी है।
स्वामी ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली कंपनी के अधिग्रहण को लेकर सवाल उठाए थे और उनको एवं सोनिया गांधी पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाए कि कम्पनी को कांग्रेस ने 90 करोड़ से ज्यादा का ऋण दिया। इसके कुछ देर बाद राहुल गांधी के कार्यालय की ओर से स्वामी को एक पत्र भेजा गया, जिसमें उनके खिलाफ सभी जरूरी कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी गई।
हालांकि स्वामी ने ऐसे किसी पत्र के मिलने से इनकार किया है और वह इस मसले को लेकर कोर्ट में पूरी तरह लड़ाई लड़ने के मूड में तैयार दिखे। स्वामी ने एक न्यूज चैनल से कहा कि चाहें राहुल गांधी ने मुझे कोई पत्र भेजा हो या उनके वकील ने, मैं उन पत्रों को बिना पढ़े डस्टबीन (कूड़ेदान) में फेंक दूंगा। उन्होंने कहा कि राहुल को मेरी सलाह है कि वह पहले बड़े हों, कोर्ट में जाएं और मेरे खिलाफ मानहानि का केस दायर करें। मैं उनसे कोर्ट में लड़ूंगा। उक्त पत्र में कहा गया है कि सोनिया और राहुल के खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत, बेबुनियाद और अपमानजनक हैं।
राहुल गांधी ने जनता पार्टी के प्रमुख सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ ‘सभी कानूनी कार्रवाई’ करने की धमकी दी। स्वामी ने आज संवाददाता सम्मेलन में नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली कंपनी के अधिग्रहण को लेकर सवाल उठाए थे और उनको एवं सोनिया गांधी पर निशाना साधा था । उन्होंने आरोप लगाए कि कम्पनी को कांग्रेस ने 90 करोड़ से ज्यादा का ऋण दिया।
राहुल गांधी के कार्यालय ने स्वामी को भेजे संदेश में कहा कि एक नवम्बर की दोपहर को आपके संवाददाता सम्मेलन की ओर हमारा ध्यान गया है। आपके द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत, निराधार और मानहानिपूर्ण है। इसने कहा कि आपका संवाददाता सम्मेलन जिन कारणों से बुलाया गया है, उसे कोई भी आसानी से समझ सकता है। इसमें कहा गया कि आपके तथाकथित संवाददाता सम्मेलन में घोटालों को लेकर जो आरोप लगाए गए उसके खिलाफ सभी कानूनी कार्रवाई करने को हम प्रतिबद्ध हैं । आपको सूचित करते हैं कि आपके संवाददाता सम्मेलन के मकसद एवं गैर जिम्मेदाराना विषयवस्तु के खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।
बयान में कहा गया है कि हम कानूनन सभी कार्रवाइयां करेंगे ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि आपके जैसा कोई व्यक्ति सभ्य समाज में बोलने एवं लिखने की स्वतंत्रता का दुरूपयोग नहीं करे और दूसरों की गरिमा एवं संगठन को बनाए रखे तथा देश के कानून का पालन करे। इससे पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सोनिया और राहुल ने कम्पनी कानून 1956 की धारा 25 के तहत एक कम्पनी की शुरुआत की जिसे ‘यंग इंडियन’ नाम दिया और इसमें प्रत्येक का शेयर 38 फीसदी था। इस कंपनी ने एसोसिएटेड जर्नल्स का अधिग्रहण किया जिसकी स्थापना दिवंगत जवाहरलाल नेहरू ने की थी। यही कम्पनी नेशनल हेराल्ड और कौमी आवाज का प्रकाशन करती थी।
स्वामी ने कहा कि एसोसिएटेड जर्नल्स को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति से बिना प्रतिभूति के 90 करोड़ रुपये से ज्यादा का ऋण मिला और उनका दावा है कि आयकर अधिनियम के तहत यह अवैध है क्योंकि राजनीतिक पार्टियां व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए ऋण नहीं दे सकतीं। उधर, जानेमाने टैक्नोक्रेट सैम पित्रोदा ने अंग्रेजी अखबार नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली कंपनी के अधिग्रहण के संबंध में जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी के आरोपों पर आज यहां आश्चर्य व्यक्त किया और उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा चलाने की धमकी दी।
उधर, पित्रोदा ने कहा कि स्वामी द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत, निराधार और अपमानजनक हैं। उन्होंने कहा कि संवाददाता सम्मेलन बुलाने की कार्रवाई में निहित स्वार्थ है। स्वामी के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि संवाददाता सम्मेलन में अभिव्यक्ति के अधिकार के दुरुपयोग के खिलाफ हम सभी कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
First Published: Friday, November 2, 2012, 10:38