हाशिये के लेखकों को मुख्यधारा से जोड़ेंगे: तिवारी

हाशिये के लेखकों को मुख्यधारा से जोड़ेंगे: तिवारी

नई दिल्ली : साहित्य अकादमी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने आज यहां कहा कि छोटे शहरों में अकादमी के कार्यक्रम आयोजित कराये जायेंगे और हाशिये में खड़े लेखकों को मुख्यधारा से जोड़ा जायेगा।

तिवारी ने मुलाकात में कहा, ‘‘मैं सभी भाषाओं को राष्ट्रीय भाषा मानता हूं। मैंने उपाध्यक्ष, कार्यकारिणी के सदस्य और संयोजक के तौर अपने कार्यकाल के दौरान हिन्दी को लेकर लोगों की नकारात्मक सोच को तोड़ने की कोशिश की है।’’ त्रैमासिक पत्रिका ‘दस्तावेज’ के संपादक ने कहा, ‘‘देश की सर्वोच्च साहित्यिक संस्था के प्रमुख का पद संभालने के बाद मुझे लगता है कि अतिरिक्त जिम्मेदारी बढ़ गयी है। मेरी कोशिश होगी कि सभी लोग मिलकर सभी भाषाओं की श्रेष्ठ कृतियों का अनुवाद करायें ताकि वह अधिक लोगों तक पहुंच सके।’’ प्रतिष्ठित पुश्किन सम्मान से सम्मानित लेखक ने कहा, ‘‘मेरी कोशिश होगी कि छोटे स्थानों में भी साहित्य अकादमी के कार्यक्रम आयोजित हों। इसके साथ ही वह हाशिये पर रहने वाले प्रतिभावान लेखकों को मुख्यधारा से जोड़ेंगे।’’ 1940 में कुशीनगर के एक गांव में जन्मे तिवारी ने कहा, ‘‘मैंने कम से कम 20 से अधिक नोबल पुरस्कार से पुरस्कृत कृतियां पढ़ी हैं और मुझे लगता है कि कई भारतीय भाषाओं की कृतियां उनसे बेहतर हैं। मुझे लगता है कि इन साहित्यिक कृतियों का पश्चिम में ठीक तरीके से प्रचार प्रसार नहीं किया गया।’’

तिवारी के आलोचना के 11 ग्रंथ, 7 कविता संग्रह, दो यात्रा संस्मरण, एक लेखकों का संस्मरण और एक साक्षात्कार पुस्तक प्रकाशित हुई है। तिवारी ने कवियों और आलोचकों पर केंद्रित 16 पुस्तकों का संपादन किया है। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने कहा कि भाषा सम्मान के रूप में बोलियों के साहित्य को सम्मानित किया जाता है, लेकिन उनकी कोशिश होगी कि बोलियों के साहित्य को अधिक बढ़ावा दिया जाये। तिवारी ने बताया कि वह इस वक्त ‘बीसवीं सदी की हिन्दी कविता’ नामक 5 खंड की किताब का संपादन कर रहे हैं। इसमें चार खंड हिन्दी साहित्य के लिए और एक खंड बोलियों की कविता को दिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मूलत: हिन्दी सभी भारतीय भाषाओं को एक कड़ी में पिरोने वाली भाषा है। खड़ी बोली के सभी बड़े लेखक बोलियों से आये हैं, इसलिए इसे किसी भी स्तर पर दरकिनार नहीं किया जा सकता है।’’ (एजेंसी)

First Published: Monday, February 18, 2013, 18:06

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