Last Updated: Monday, July 22, 2013, 16:37

नई दिल्ली : राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष वजाहत हबीबुल्ला ने नरेंद्र मोदी के ‘हिंदू राष्ट्रवादी’ वाले बयान को लेकर हाल ही में खड़े हुए विवाद पर उनका बचाव करते हुए कहा है कि इस मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री को ‘संदेह का लाभ’ दिया जाना चाहिए।
हबीबुल्ला ने एक साक्षात्कार में ‘हिंदू राष्ट्रवादी’ वाले मोदी के बयान पर कहा कि मेरे खयाल से मोदी जी की अंग्रेजी उतनी अच्छी नहीं है, उनकी हिंदी अच्छी है। शायद इसी वजह से शब्दों के इस्तेमाल में गलती हुई होगी। इस मामले पर उन्हें संदेह का लाभ दिया जाना चाहिए।
उन्होंने हालांकि ‘हिंदू राष्ट्रवादी’ को ‘हिंदू राष्ट्र’ की परिकल्पना से जोड़ते हुए कहा कि देखिए, यहां अंग्रेजी की बात है। दो शब्द हैं ‘हिंदू एंड नेशनलिस्ट’ (हिंदू और राष्ट्रवादी) तथा ‘हिंदू नेशनलिस्ट’ (हिंदू राष्ट्रवादी)। जब मुस्लिम राष्ट्रवादी की बात करते हैं तो इसका मतलब ‘मुस्लिम राष्ट्र’ से होता है। इसी तरह हिंदू राष्ट्रवादी का मतलब ‘हिंदू राष्ट्र’ से है। वैसे इस बारे में मोदी से पूछा जाना चाहिए।
पिछले दिनों समाचार एजेंसी ‘रॉयटर्स’ को दिए साक्षात्कार में गुजरात के मुख्यमंत्री ने ‘हिंदू राष्ट्रवादी’ होने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा था कि मैं राष्ट्रवादी हूं। देशभक्त हूं। मैं हिंदू के रूप में पैदा हुआ हूं। इसलिए आप कह सकते हैं कि मैं हिंदू राष्ट्रवादी हूं। उनके इस बयान को लेकर विरोधी दलों और बुद्धिजीवियों के एक धड़े ने उनकी जमकर आलोचना की। कुछ लोगों ने इसे उनकी अल्पसंख्यक विरोध की कथित छवि से जोड़कर देखा। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 22, 2013, 16:37