Last Updated: Friday, January 11, 2013, 22:27

नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता और हिन्दुत्व के पैरोकार लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की धर्मनिरपेक्षता गहरे तक ‘हिन्दू बुनियाद’ पर निर्मित थी।
आडवाणी ने धार्मिक विद्वान और हावर्ड विश्वविद्यालय में तुलनात्मक धार्मिक एवं भारतीय अध्ययन की प्रोफेसर डायना एल अक की पुस्तक के हवाले से यह दावा किया। आज जारी अपने नए ब्लाग में उन्होंने डायना की पुस्तक की प्रशंसा करते हुए उसके हवाले से कहा, ‘भारत के बारे में नेहरू के दृष्किोण में इसकी सभी जातियों और क्षेत्रीय समुदायों के साथ विभिन्न धार्मिक समुदाय शामिल थे।
1930 में कांग्रेस के नेतृत्व के शीर्ष में जगह बनाने से लेकर भारत का प्रथम प्रधानमंत्री बनने और 1964 में निधन तक वह अपने पूरे राजनीतिक जीवनकाल में हालांकि धर्मनिरपेक्षता के पक्के हिमायती रहे, लेकिन उनकी धर्मनिरपेक्षता गहरे तक हिन्दू बुनियाद पर निर्मित थी।’ आडवाणी ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मानना है कि भारतीय राष्ट्रवाद का आधार हमारी संस्कृति है। उन्होंने कहा कि नेहरू का दृष्टिकोण भी ऐसा ही था।
इस संदर्भ में भाजपा नेता ने अक्तूबर 1961 में मदुरै में हुए कांग्रेस महाधिवेशन का उल्लेख किया जिसमें पंडित नेहरू ने कहा था, भारत अतीत से तीर्थ का देश रहा है। उन्होंने कहा था कि देश भर में आप ऐसे प्राचीन तीर्थस्थल पाते हैं। सबसे ऊपर बर्फीले हिमालय में स्थित बद्रीनाथ, केदारनाथ और अमरनाथ से लेकर दक्षिण भारत में सबसे नीचे कन्याकुमारी जैसे तीर्थस्थलों ने सबको आकर्षित किया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 11, 2013, 22:27