Last Updated: Wednesday, June 26, 2013, 23:03
गौचर: उत्तरांखड के गौरीकुंड में कल हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए सभी 20 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इसके साथ ही वायुसेना के इस हेलीकॉप्टर एमआई-17 का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर भी मिल गया है।
वायुसेना प्रमुख एन ए के ब्राउन ने अधिकारियों और जवानों से मुखातिब होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘सौभाग्य से, हमने कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया है। और, मुझे लगता है कि हम कुछ ही दिनों में इस दुर्घटना के सही कारणों का पता लगा लेंगे।’ उन्होंने कहा कि इस समय इस दुर्घटना के पीछे के कारणों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
मारे गए लोगों में वायुसेना के पांच, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के छह जवान और राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) के नौ लोग शामिल थे। ब्राउन से जब पूछा गया कि क्या यहां सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है, तो उन्होंने कहा, ‘जहां तक अनदेखी का सवाल है, तो मैं ऐसा नहीं कहूंगा।
पहाड़ों में, विशेषकर मानसून के दौरान, मौसम की समस्या हमेशा बनी रहती है। लेकिन, इस समय हम निश्चित रूप से यह नहीं बता सकते कि इस दुर्घटना का कारण मौसम था या कोई तकनीकी समस्या।’ उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के दौरान जोखिम हमेशा बना रहता है और हर दिन इसकी समीक्षा की जाती है।
उन्होंने कहा कि वायुसेना के पायलट बेहद योग्य और इस तरह के अभियान कार्यान्वित करने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं और हमारे जवानों का मनोबल बेहद उंचा बना हुआ है। बचाव अभियान में शामिल वायुसेना के जवानों और दूसरी एजेंसियों ने ‘बेहद शानदार’ ढंग से काम किया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 26, 2013, 23:03