Last Updated: Sunday, August 4, 2013, 20:08

हैदराबाद : तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने हैदराबाद को तेलंगाना तथा आंध्र प्रदेश की स्थाई संयुक्त राजधानी बनाने या केंद्रशासित प्रदेश बनाने के किसी भी प्रस्ताव का आज विरोध किया। राव ने कहा कि हैदराबाद का प्रशासन तेलंगाना सरकार द्वारा चलाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘अगर आंध्र प्रदेश की नयी सरकार जरूरी बुनियादी ढांचे के साथ नयी राजधानी के निर्माण तक हैदराबाद से अपना प्रशासनिक कामकाज संचालित करती है तो टीआरएस को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन हैदराबाद का प्रशासन तेलंगाना सरकार द्वारा संचालित किया जाना चाहिए।’ वह तेलंगाना जर्नलिस्ट्स फोरम द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिए कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने पिछले हफ्ते आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य के गठन पर मुहर लगाई थी। इसमें प्रस्ताव था कि नये राज्य तेलंगाना और अन्य क्षेत्रों- रायलासीमा तथा आंध्र की संयुक्त राजधानी 10 साल के लिए हैदराबाद रहेगी।
रायलसीमा और तटीय आंध्र में जरूरी बुनियादी ढांचे के साथ ऐसा कोई बड़ा शहर नहीं है जिसे नये आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाया जा सके। इसके चलते दोनों क्षेत्रों के कुछ नेताओं ने हैदराबाद को केंद्रशासित प्रदेश बनाने या दोनों राज्यों की स्थाई राजधानी बनाने की वकालत की है।
राव ने यह बयान देने से भी इनकार किया कि आंध्र प्रदेश के कर्मचारियों के पास प्रदेश के विभाजन के बाद अपने पैतृक क्षेत्र में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। उन्होंने कहा, ‘आपको किसने जाने को कहा? आप अपना प्रशासन चलाएंगे। आप 10 साल के लिए अपना प्रशासन देखें। आप यहां सेवानिवृत्त हों और एक फ्लैट खरीदकर यहीं रहें। हमें कोई आपत्ति नहीं है।’
हालांकि राव ने आरोप लगाया कि अविभाजित आंध्र प्रदेश में तेलंगाना ने नौकरियों, पानी की उपलब्धता और अन्य चीजों के मामले में काफी नुकसान सहा है। टीआरएस अध्यक्ष के मुताबिक तेलंगाना में जो लोग निवेश करना चाहते हैं उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘हैदराबाद स्थित तेलुगू फिल्म उद्योग को भी प्रोत्साहन दिया जाएगा।’ राव ने कहा कि अगर टीआरएस को बहुमत मिलता है तो वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के तौर पर किसी दलित नेता को देखना चाहेंगे और एक प्रदेश परामर्श आयोग की अगुवाई करना चाहेंगे।
उन्होंने कहा कि टीआरएस के कांग्रेस में संभावित विलय के बारे में कोई फैसला लेने से पहले तेलंगाना संबंधी विधेयक पारित होना अहमियत रखता है। अलग राज्य के निर्माण के बाद तेलंगाना के विकास के बारे में पूछे जाने पर टीआरएस अध्यक्ष ने कहा कि वह सभी चेहरों पर मुस्कान देखना चाहेंगे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 4, 2013, 20:08