Last Updated: Monday, February 25, 2013, 00:11

हैदराबाद : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आतंकवादी हमले से आहत लोगों को ढाढस बंधाने रविवार को हैदराबाद पहुंचे। उन्होंने यहां दोहरे बम विस्फोट स्थलों का मुआयना किया और अस्पताल में भर्ती घायलों का हाल जाना। यहां के भीड़भाड़ वाले दिलसुखनगर बाजार में जिन दो स्थानों पर हुए धमाके में 16 लोगों की जान चली गई गई, प्रधानमंत्री ने वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया।
भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से हैदराबाद पहुंचे प्रधानमंत्री ने अस्पताल जाकर घायलों से भी मुलाकात की और उनका हाल जाना। उन्होंने घायलों से बातचीत की और डॉक्टरों से उनकी हालत के बारे में जानकारी ली। यशोदा अस्पताल में प्रधानमंत्री ने घायलों को सरकार की ओर से सभी संभव सहायता मुहैया कराने का वचन दिया।
एक घायल का एक्स-रे देखने के बाद उन्होंने डॉक्टरों से उसके जख्म की प्रकृति के बारे में पूछा। एक घायल ने बताया कि जिस समय पहला धमाका हुआ उस समय वह वहां नाश्ता कर रहा था।
मनमोहन सिंह ने एमबीए की छात्रा वी. राजिता से भी बात की। इस हमले में उसका एक पांव चला गया। प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों से सभी घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए कहा।
किशोर नामक एक घायल ने नौकरी पाने में सरकार से मदद मांगी। प्रधानमंत्री ने उसे सभी संभव सहायता मुहैया कराने का भरोसा दिलाया। एमटेक के छात्र किशोर के हाथ और सिर में गंभीर चोटें आई हैं। प्रधानमंत्री ने हमले में घायल आठ साल की बच्ची को भी देखा। बच्ची की मां ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमसे डर त्यागने के लिए कहा और सभी सहायता देने का भरोसा दिया। हमले में बच्ची की मां भी घायल हुई है।
हमले में घायल करीब 100 लोगों का छह अस्पतालों में इलाज चल रहा है जिनमें से छह की हालत चिंताजनक है। प्रधानमंत्री ने दिलसुखनगर के निकटवर्ती दो कारपोरेट अस्पतालों का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे लोगों का दुख-दर्द साझा करने हैदराबाद आए हैं। आतंकवादी हमले के बाद भी धर्य बनाए रखने के लिए उन्होंने हैदराबाद के लोगों की सराहना की।
दूरदर्शन समाचार से उन्होंने कहा, 'तकलीफ की इस घड़ी में सबसे बड़ी बात यह है कि लोगों ने शांति से काम लिया है। मैं इस बात पर खुशी जाहिर करता हूं कि हैदराबाद के लोग आतंकवादियों के कारनामे से भड़के नहीं।' अस्पतालों के दौरे के समय आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन तथा मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी भी प्रधानमंत्री के साथ थे।
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा कारणों से सड़क मार्ग से यात्रा नहीं की। वह पूर्वाह्न् 11 बजे बेगमपेठ हवाईअड्डे पर उतरे और वहां से हेलीकॉप्टर से दिलसुखनगर के नजदीक विक्टोरिया मेमोरियल स्कूल पहुंचे। उसके बाद विस्फोट स्थल जाने के लिए उन्होंने मात्र 2.5 किलोमीटर की यात्रा सड़क मार्ग से तय की। प्रधानमंत्री ने विस्फोट स्थलों के मुआयने और घायलों से मुलाकात में करीब दो घंटे का वक्त दिया। इसके बाद दिल्ली वापसी के लिए वह बेगमपेठ हवाईअड्डे पर पहुंचे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 24, 2013, 14:54