Last Updated: Friday, February 22, 2013, 18:23

हैदराबाद : हैदराबाद के दिलसुखनगर इलाके में गुरुवार शाम हुए दो बम धमाकों के बाद मौका-ए-वारदात पर चीजें काफी बिखरी हुई और तहस-नहस होने की वजह से पुलिस को मामले की जांच आगे बढ़ा पाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और अब तक किसी तरह का सुराग भी नहीं मिल सका है।
हालांकि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की विशेष टीमों ने नमूनों को इकट्ठा कर विस्तृत विश्लेषण के लिए भेजा है। वारदात के चश्मदीद गडगोला आनंद की शिकायत के आधार पर सरूर नगर पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं, विस्फोटक पदार्थ कानून की धारा तीन एवं पांच के साथ-साथ गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून :यूएपीए: की धारा 16,17 और 18 के तहत एक मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि कल हुए दोहरे बम धमाकों की इस वारदात में अब तक 16 लोगों की मौत हुई है जबकि 119 लोग जख्मी हुए हैं। मौका-ए-वारदात पर गुरुवार शाम सबसे पहले पहुंचने वाले अधिकारियों में रहे एक पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि मौका-ए-वारदात पर चीजें काफी अस्त-व्यस्त थीं क्योंकि बड़ी तादाद में लोग इधर-उधर आ जा रहे थे। उन्होंने बताया कि मौका-ए-वारदात को देखने के लिए उत्सुक लोगों के अलावा मुख्यमंत्री, बड़ी तादाद में मौजूद मीडियाकर्मियों सहित अति-विशिष्ट लोगों की आवाजाही से भी काफी सबूतों को नुकसान पहुंचा। लेकिन इसके बावजूद हमलोगों ने कई ऐसी चीजें इकट्ठा की हैं, जिनसे हमें जांच में मदद मिल सकती है।
पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि धमाका काफी शक्तिशाली था, लेकिन विस्फोटक कम मात्रा में इस्तेमाल किया गया था क्योंकि यह एक आईईडी था। हालांकि, धमाकों में इस्तेमाल विस्फोटक के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। इस मामले की कई कड़ियां जोड़ना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस दिलसुखनगर बस स्टैंड जंक्शन (राजीव चौक) में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुए वीडियो फुटेज की जांच कर रही है। इसी इलाके के पास एक बस अड्डे में लगे सीसी कैमरों के फुटेज को भी पुलिस देख रही है।
अपराध अनुसंधान विभाग ने भी जांच में हिस्सा लिया है। राज्य पुलिस की विशेष टीमें समूचे शहर में वारदात के सुराग हासिल करने के लिए लगाई गई हैं। सड़क के दूसरे किनारे पर एक दुकान चलाने वाले द्वारकानाथ ने बताया कि जहां धमाका हुआ वह फास्ट फूड सेंटर हमेशा ग्राहकों से भरा रहता था जिसमें ज्यादातर छात्र होते थे। ऐसा इसलिए क्योंकि इस इलाके में कोचिंग सेंटरों की संख्या अच्छी खासी है। जिस वक्त कल रात यह हादसा हुआ उस समय कुछ छात्र चाय पीने के लिए दाखिल ही हुए थे। इस बीच, नेता प्रतिपक्ष और तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने संभावित आतंकवादी हमलों के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बावजूद जरूरी कार्रवाई करने में नाकाम रहने के लिए राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ा।
मौका-ए-वारदात के दौरे के बाद नायडू ने कहा कि मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और मांग करता हूं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार जरूरी कदम उठाए। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 22, 2013, 18:23